सार

यह तस्वीर पटना में 22 अगस्त को बेरोजगार शिक्षक अभ्यर्थियों पर टूटे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की है। 'तिरंगा' ओढ़कर खुद को ADM की लाठी से बचा रहे प्रदर्शनकारी की इस तस्वीर के बाद अब अधिकारी के खिलाफ जांच बैठाई गई है।

पटना. यह तस्वीर पटना में 22 अगस्त को बेरोजगार शिक्षक अभ्यर्थियों(unemployed teacher candidates) पर टूटे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की है। 'तिरंगा' ओढ़कर खुद को ADM की लाठी से बचा रहे प्रदर्शनकारी की इस तस्वीर ने बिहार सरकार की देशभर में फजीहत करा दी थी। अब इस मामले में अधिकारी पर गाज गिरने के पूरे चांस हैं। पटना के कलेक्टर ने इस मामले में ADM से हफ्तेभर में जवाब तलब किया है। बता दें कि पुलिस और प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों पर जमकर लाठियां बरसाई थीं। 

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पटना के कलेक्टर चंद्रशेखर सिंह ने ADM (कानून एवं व्यवस्था) कृष्ण कन्हैया प्रसाद सिंह को पिटाई से जुड़े वीडियो के संबंध में पत्र लिखकर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण मांगा है। वीडियो में उन्हें 22 अगस्त को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान एक STET उम्मीदवार की पिटाई करते हुए देखा गया था। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि एक व्यक्ति हाथ में झंडा लिए जमीन पर लेटा है, जिसे बेरहमी से मारा जा रहा है। जांच के लिए 2 सदस्यीय समिति बनाई है।

तेजस्वी यादव ने भी कही थी जांच की बात: इससे पहले बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव(Tejashwi Yadav) ने भी जांच की बात कही थी। बिहार में सरकार बदलने के बाद किसी प्रदर्शन पर पुलिस का ऐसा बल प्रयोग पहली बार देखने को मिला था। कुछ प्रदर्शनकारियों ने तिरंगे की आड़ लेकर खुद को बचाना चाहा था, लेकिन पुलिस ने कोई रहम नहीं किया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने इस कदर लाठियां बरसाई थीं कि कई प्रदर्शनकारी लहू-लुहान हो गए थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से तिरंगा छीनकर दुबारा उन पर लाठियां तोड़ी थीं।

बता दें कि बिहार में एसटीईटी परीक्षा 8 साल बाद हुई थी। नोटिफिकेशन 2019 में जारी किया गया। जनवरी 2020 में ऑफलाइन मोड में परीक्षा हुई, लेकिन 2-3 सेंटरों पर गड़बड़ियो की शिकायत मिलने के बाद एग्जाम कैंसल कर दिया गया था। सितंबर 2020 फिर से एग्जाम हुआ था। तब ये ऑनलाइन हुई थी।

दरअसल, 5000 से अधिक CTET और BTET पास अभ्यर्थी डाक बंग्ला चौराहे पर प्रदर्शन करने जुटे थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उन्हें खदेड़ने लाठी चार्ज कर दिया। प्रदर्शनकारी असातवें चरण की नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। लेकिन इससे पहले ही वहां भारी संख्या में पुलिस फोर्स और वाटर कैनन तैनात कर दी गई थी। 

जब ये अभ्यर्थी बिहार के नए शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर  के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे, तभी पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। CTET, BTET पास इन अभ्यर्थियों की मांग थी कि प्राथमिक विज्ञप्ति जारी की जाए। 2019 के एसटीईटी परीक्षा में पास शिक्षक अभ्यर्थियों का आरोप है कि वे मेरिट लिस्ट वाले हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक उनकी समस्या नहीं सुलझाई है। ये लोग नई सरकार बनने के बाद राजभवन तक मार्च करने निकले थे, लेकिन पुलिस ने आगे नहीं बढ़ने दिया।

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