Record-Breaking India! भारत ने महिलाओं के स्वास्थ्य मिशन #SwasthNariSashaktParivarAbhiyaan के तहत 3 गिनीज रिकॉर्ड बनाए! जानिए कैसे सिर्फ 15 दिनों में हुआ ये ऐतिहासिक चमत्कार-क्या आप जानते हैं कौन बना इसका चेहरा?
नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर दुनिया के सामने अपनी प्रतिबद्धता और शक्ति का लोहा मनवाया है। भारत ने एक बार फिर दुनिया को दिखाया कि सामूहिक प्रयासों से असंभव भी संभव है। देशव्यापी “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान (Swasth Nari Sashakt Parivar Abhiyaan)” के तहत भारत ने तीन गिनीज वर्ल्ड रिकॉड (GUINNESS WORLD RECORDS) टाइटल हासिल किए हैं। यह सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीय महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
जेपी नड्डा बोले , “यह सिर्फ रिकॉर्ड नहीं, नारी शक्ति का उत्सव है”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने X (Twitter) पर लिखा,“यह एक रिकॉर्ड तोड़ उपलब्धि है जो प्रधानमंत्री @narendramodi जी के ‘सेवा’ और ‘भारत पहले’ के विज़न को साकार करती है।” उन्होंने बताया कि यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चला, जो पोषण माह के साथ आयोजित हुआ। इस दौरान देशभर में 19.7 लाख से ज्यादा हेल्थ कैंप लगाए गए, जिनमें 11 करोड़ से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।
- मिशन का मकसद क्या था?
- इस अभियान का उद्देश्य था-
- महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार,
- बीमारियों का जल्दी पता लगाना,
- और जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुँच सुनिश्चित करना।
दरअसल, “स्वस्थ नारी” ही “सशक्त परिवार” और “विकसित भारत” की नींव है। इसी सोच के साथ यह देशव्यापी मिशन शुरू किया गया था।
कौन से बने तीन विश्व रिकॉर्ड?
भारत ने इस अभियान के तहत एक नहीं बल्कि तीन गिनीज रिकॉर्ड बनाए:
- सबसे ज़्यादा हेल्थ कैंप 15 दिनों में आयोजित करने का रिकॉर्ड (Most Health Camps Organized in 15 Days)
- महिला स्वास्थ्य जांच में सबसे बड़ी भागीदारी का रिकॉर्ड (Largest Participation in Preventive Health Campaign)
- निवारक स्वास्थ्य अभियान में सर्वाधिक लोगों की स्क्रीनिंग का रिकॉर्ड (Most Screenings Conducted for Women’s Health Nationwide)
इन रिकॉर्ड्स ने भारत को विश्व स्वास्थ्य मानचित्र पर एक नई पहचान दी है। यह उपलब्धि न सिर्फ आंकड़ों में बड़ी है, बल्कि इसके पीछे 11 करोड़ परिवारों की स्वास्थ्य जागरूकता और सहभागिता की कहानी छिपी है।
महिलाओं के स्वास्थ्य में क्यों है ये मील का पत्थर?
- अक्सर महिलाओं का स्वास्थ्य घर-परिवार की जिम्मेदारियों के बीच पीछे छूट जाता है।
- लेकिन इस अभियान ने यह साबित किया कि जब समाज, सरकार और जागरूकता एक साथ आते हैं तो बदलाव संभव है।
- इन 15 दिनों में लाखों महिलाओं की जांच हुई, जिनमें से कई को शुरुआती स्तर पर बीमारियों का पता चला और समय रहते उनका इलाज संभव हुआ।
“सेवा से विकास तक”- मोदी विज़न का सशक्त उदाहरण
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “Women-led Development” के विज़न के अनुरूप, यह उपलब्धि एक बड़े सामाजिक परिवर्तन का संकेत है।
- अब भारत सिर्फ डिजिटल या आर्थिक क्षेत्र में नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और सामाजिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी दुनिया को दिशा दिखा रहा है।
- “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान” ने यह साबित कर दिया है कि स्वस्थ नारी = सशक्त परिवार = विकसित भारत।
- तीन गिनीज रिकॉर्ड सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि 11 करोड़ से ज्यादा परिवारों के जीवन में आए परिवर्तन की कहानी हैं।
