सार
तेलंगाना की एक लड़की का जन्म 2013 में हुआ था। एक खास वजह से वह 9 साल तक बिना नाम के रही। मुख्यमंत्री केसीआर को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने बच्ची और उसके परिजनों को सम्मानित किया। इसके साथ ही बच्ची का नामकरण भी किया।
हैदराबाद। बच्चा जब मां की कोख में होता है तभी से माता-पिता और परिवार के लोग उसके नाम को लेकर चर्चा शुरू कर देते हैं। पूरी लिस्ट तक बन जाती है कि लड़का हुआ तो क्या नाम होगा और लड़की हुई तो क्या नाम होगा। इससे उलट तेलंगाना की एक लड़की जन्म के बाद 9 साल तक बिना नाम के रही। 2013 में उसका जन्म हुआ था। 2022 तक परिजनों ने उसका नाम नहीं रखा। तेलंगाना के मुख्यमंत्री को इसकी वजह पता चली तो उन्होंने बच्ची और उसके परिजनों से मुलाकात की।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर (K Chandrashekar Rao) से बच्ची और उसके परिजनों की मुलाकात रविवार को हुई। बच्ची के माता-पिता सुरेश और अनिथा ने केसीआर की अगुआई में चलाए गए तेलंगाना राज्य आंदोलन में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। 2013 में जब उनकी बेटी का जन्म हुआ तो उनकी इच्छा थी कि बच्ची का नाम केसीआर द्वारा रखा जाए। उनकी यह इच्छा 9 साल तक पूरी नहीं हुई। इस दौरान लड़की बिना नाम के रही।
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मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने बच्ची को दिया गिफ्ट
तेलंगाना राष्ट्र समिति के विधान परिषद सदस्य और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष मधुसूधन चारी को हाल ही में इस बात की जानकारी मिली। वह बच्ची और उसके परिजनों को तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के आधिकारिक निवास स्थान प्रगति भवन लेकर आए। केसीआर को जब इस संबंध में जानकारी मिली तो उन्होंने बच्ची और उसके परिजनों से मुलाकात की और बच्ची का नाम महती रखा। मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी ने दंपति और उनकी बेटी को उपहार भी सौंपे। सीएम ने महती की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की।
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सीएम केसीआर द्वारा नामकरण किए जाने के बाद बच्ची और उनके परिजन काफी खुश दिखे। बच्ची के पिता सुरेश ने कहा कि हमारा सपना आज साकार हुआ है। मुख्यमंत्री ने महती की शिक्षा के लिए मदद की बात की है। हमलोग इसके लिए उनके आभारी हैं।