सार

केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने मुंबई टेक वीक में कहा कि विनियमन की रूपरेखा बनाने के लिए हमारा दृष्टिकोण खुला, पारदर्शी और परामर्शात्मक रहा है, जबकि पिछली सरकारें कुछ सबसे बड़े घोटालों में लिप्त थीं।

 

मुंबई। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर सोमवार को मुंबई टेक वीक में वर्चुअल रूप में शामिल हुए। अनंत गोयनका के साथ चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि पिछली सड़कारों ने बड़े-बड़े घोटाले किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में पारदर्शी तरीके से काम किया गया।

राजीव चंद्रशेखर ने विनियामक परिदृश्य का उल्लेख करते हुए मोदी सरकार के परिवर्तनकारी दृष्टिकोण की तुलना पिछली सरकारों से की। उन्होंने कहा कि पहले दूरसंचार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में घोटाला किया गया। दूरसंचार क्षेत्र में कुछ सबसे बड़े घोटाले हुए थे।

मोदी सरकार ने इनोवेशन को बढ़ावा दिया

राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि पिछली सरकारों के इन खराब अनुभवों को देखते हुए जब सरकार विनियमन के बारे में बात करती है तो इसमें संदेह की एक ऐसी भावना रहती है कि विनियमन या तो एक विशेष एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है या सरकार या नेता को नियंत्रित करने की आवश्यकता को आगे बढ़ा रहा है। विनियमन की रूपरेखा तैयार करने में हमारी सरकार का दृष्टिकोण खुला, पारदर्शी और परामर्शात्मक रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने सभी हितधारकों के एक साथ आने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए काम किया। यह हमारी अर्थव्यवस्था के व्यवस्थित विकास के लिए महत्वपूर्ण है। मोदी सरकार ने इनोवेशन को बढ़ावा दिया। भारत सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। दुनिया में अब इस क्षेत्र में भारत की तुलना चीन से हो रही है। दुनिया भारत की उभरती वैश्विक स्थिति को देख रही है।

उच्च तकनीक के क्षेत्र में घट रही चीन की रफ्तार

राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि चीन ने उभरते और उच्च तकनीक के क्षेत्रों में पिछले दशक में जो गति पकड़ी थी वह अब धीमी हो रही है। चीन को अब तकनीक के भविष्य में विश्वसनीय भागीदार के रूप में नहीं देखा जाता है। भारत पिछले 75 वर्षों के खोये हुए अवसरों को मौके में बदल रहा है। आज हमारे पास दो पूर्ण विकसित फैब हैं, दशकों के बाद, देश में 10 अरब डॉलर का फैब निवेश आ रहा है। हम सेमीकंडक्टर्स के भविष्य के लिए टेक्नोलॉजी के सबसे अच्छे साझेदारों के साथ साझेदारी कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भारत सेमीकंडक्टर बनाने के साथ इसके डिजाइन के लिए इनोवेशन इकोसिस्टम को विकसित कर रहा है। भारत अगली पीढ़ी के चिप्स और डिवाइस डिजाइन करने जा रहा है। हम भारत सेमीकंडक्टर रिसर्च सेंटर का शुभारंभ कर रहे हैं। यह अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्र बनने जा रहा है। दुनिया के सबसे बड़े सेमीकंडक्टर निर्माता भारत में रिसर्च करेंगे।

राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि हमारी सरकार लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए एआई के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा, "हम अपने आर्थिक विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एआई का पूरी तरह से दोहन करने की मंशा रखते हैं। एआई स्वास्थ्य देखभाल, दवा खोज, कृषि और किसान उत्पादकता पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है।