तमिलनाडु के करूर में 27 सितंबर को मची भगदड़ में 41 लोगों की जान जाने और 100 से अधिक घायल होने के पांच दिन बाद टीवीके प्रमुख और एक्टर विजय ने अगले दो सप्ताह के लिए सभी राजनीतिक रैलियों को स्थगित कर दिया है।

Karur stampede: तमिलनाडु के करूर में 27 सितंबर को मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत और 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने के पांच दिन बाद तमिझगा वेत्री कड़गम (TVK) के प्रमुख और एक्टर विजय ने अगले दो सप्ताह के लिए अपनी सभी राजनीतिक रैलियां रोक दी हैं। इसी के साथ उनके राज्यव्यापी चुनाव अभियान पर भी रोक लग गई है।

TVK ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवार को 20 लाख रुपए देने का किया ऐलान

विजय को अभी मृतकों और घायलों के परिवारों से मिलना बाकी है। पार्टी ने 20 लाख रुपए की राहत राशि का ऐलान किया है। TVK के अलावा, कांग्रेस पार्टी ने भी पहले ऐलान किया था कि उन्होंने प्रभावित परिवारों को कुल मिलाकर 1.25 करोड़ रुपए दिए हैं। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके लिए 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी, जबकि घायलों को 50,000 रुपए मिलेंगे।

TVK ने सोशल मीडिया पर अपनी रैलियों को कुछ समय के लिए रोकने के बारे में पोस्ट किया और इस घटना पर दुख जताया। पार्टी ने X पर तमिल में पोस्ट किया, 'इस दुख की घड़ी में, जब हम अपने प्रियजनों को खोने के गम में हैं। हमारे पार्टी नेता के अगले दो सप्ताह के सार्वजनिक सभा के कार्यक्रम को अस्थायी रूप से टाला जा रहा है। हम आपको अपने पार्टी नेता की मंजूरी से सूचित करते हैं कि इस सार्वजनिक सभा के बारे में नई जानकारी बाद में दी जाएगी।'

वी. सेंथिलबालाजी बोले- भगदड़ मामले का नहीं हो राजनीतिकरण

इससे पहले, करूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के विधायक और पार्टी के जिला सचिव वी. सेंथिलबालाजी ने कहा कि 'इस स्थिति का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए'। मंत्री ने कहा, 'मैं इसे राजनीतिक रूप से नहीं देखना चाहता। 41 पीड़ितों में से 39 करूर के थे। किसी पर भी आरोप लगाए बिना, हमें यह पक्का करना होगा कि आने वाले दिनों में ऐसी घटनाएं न हों। इस स्थिति का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। भविष्य में चाहे किसी भी पार्टी का कार्यक्रम हो, हमें मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ज़रूरी कदम उठाने चाहिए।'

उन्होंने आगे कहा कि रैली करने वाली राजनीतिक पार्टी की ही यह ज़िम्मेदारी होती है कि वह अनुमान लगाए कि कार्यक्रम में कितने लोग इकट्ठा होंगे।
उन्होंने आगे कहा, ‘जब कोई सार्वजनिक सभा होती है, तो यह एक राजनीतिक दल की ज़िम्मेदारी है कि वह अनुमान लगाए कि कितने लोग इकट्ठा होंगे और उसी के हिसाब से जगह चुनें। करूर लाइटहाउस कॉर्नर पर ज़्यादा से ज़्यादा 7,000 लोग खड़े हो सकते हैं, जबकि उझवर संधाई के पास केवल 5,000 लोग ही जमा हो सकते हैं।’

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उन्होंने आगे बताया कि पहले TVK ने उस जगह को बदल दिया था जहां वे रैली करना चाहते थे, क्योंकि उन्होंने पहले करूर लाइटहाउस कॉर्नर पर, बाद में उझवर संधाई (किसानों का बाजार) में और फिर वेलुसामीपुरम इलाके में भी रैली करने की इजाज़त मांगी थी। उन्होंने फिर से ऐसी घटनाओं को दोबारा न होने देने की अपील की और लोगों से आग्रह किया कि वे किसी भी राजनीतिक दल के कार्यक्रम में मिलकर ज़रूरी कदम उठाएं। तमिलनाडु के मंत्री के.एन. नेहरू ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए उन पर मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। मंत्री ने कहा, ‘तमिलनाडु के लोग इस तरह के राजनीतिक हथकंडों को स्वीकार नहीं करेंगे। वे सच्चाई जानते हैं।’

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