उडुपी के एडिशनल एसपी एसटी सिद्धलिंगप्पा ने बताया कि घटनास्थल से तीन लोग फरार हो गए। हम उनका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके पास एक चाकू था और वे स्थानीय नहीं थे। पकड़े गए दो लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

बेंगलुरू। कर्नाटक के उडुपी जिले के कुंडापुर में सरकारी पीयू कॉलेज के पास घातक हथियार ले जा रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन्हें छात्राओं की उस लाइन के पास से पकड़ा गया है, जो हिजाब के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। दोनों आरोपी कुंडापुर के पास गांव गंगोली के रहने वाले हैं। हालांकि, इस घटना के बाद छात्राओं को हिजाब पहनकर कैंपस में आने दिया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है।

पकड़े गए युवकों पर 7 मामले पहले से दर्ज
उडुपी के एडिशनल एसपी एसटी सिद्धलिंगप्पा ने बताया कि घटनास्थल से तीन लोग फरार हो गए। हम उनका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके पास एक चाकू था और वे स्थानीय नहीं थे। पकड़े गए दो लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस का मानना है कि पकड़े गए युवक छात्रों के हिजाब विरोधी प्रदर्शन का हिस्सा नहीं थे और वे दंगा भड़काने की नीयत से यहां आए थे। कुंडापुर पुलिस को जैसे ही इनके बारे में सूचना मिली पुलिस घटनास्थल पर पहुंची लेकिन तब तक तीन भाग चुके थे। गिरफ्तार किए गए युवक 41 वर्षीय रजब और 32 वर्षीय अब्दुल मजीद हैं। दोनों के खिलाफ 7 मामले दर्ज हैं। 

Scroll to load tweet…

एक हफ्ते से चल रहा था प्रदर्शन, अब मिली अनुमति 
पिछले एक हफ्ते से जिले में कॉलेज की छात्राएं हिजाब पहनने के अपने अधिकार को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। शनिवार को कुंडापुर में एक विरोध स्थल का एक वीडियो सामने आया था। इसमें कुछ छात्राएं को कॉलेज की यूनिफॉर्म पर भगवा स्कार्फ पहने और कॉलेज जाते समय 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए दिख रही थीं। एक अन्य वीडियो में पुलिस को भगवा पहने प्रदर्शनकारियों के समूहों को तितर-बितर करते दिखाया गया है। 

हिजाब पर पॉलिटिक्स: कर्नाटक BJP ने राहुल गांधी से पूछा-कांग्रेस शासित राज्यों में अनिवार्य क्यों नहीं करते?

मंत्री बोले- हिजाब और स्कार्फ नहीं पहनें 
इसी दिन 40 छात्राओं ने हिजाब पहनकर कुंडापुर के एक साइंस कॉलेज के गेट पर प्रदर्शन किया थ। कॉलेज स्टाफ ने छात्राओं को हिजाब पहनकर अंदर जाने से मना कर दिया था। कुंडापुर के एक अन्य कॉलेज में ऐसे ही प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद अन्य छात्रों ने भगवा शॉल पहनना शुरू कर दिया था। इसके बाद अधिकारियों ने हिजाब पर रात भर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। सांप्रदायिक तनाव से बचने के लिए मुस्लिम छात्रों को बिना हिजाब के कक्षाओं में जाने के लिए कहा गया। कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा है कि कक्षाओं के दौरान छात्रों को न तो हिजाब पहनना चाहिए और न ही भगवा स्कार्फ।

यह भी पढ़ें 
Hijab Ban Row : कर्नाटक सरकार का बड़ा फैसला, शांति व्यवस्था को बिगाड़ने वाले कपड़ों पर लगाया बैन