सार
यूपीए काल के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में जांच और अभियोजन पीएम मोदी की हाल की इटली यात्रा से लौटने के बाद गति पकड़ सकता है।
PM Modi: पहली बार 26 मई, 2014 को भारत के प्रधानमंत्री बनने पर नरेंद्र मोदी ने शपथ लेने से लगभग 8 महीने पहले इटली की एक अदालत ने एक हाई प्रोफाइल सीईओ एक इतालवी रक्षा कंपनी के अध्यक्ष और दो बिचौलियों सहित चार लोगों को दोषी ठहराया था। ये मामला भारत से जुड़े सबसे बड़े रिश्वत घोटालों से जुड़ा हुआ था। फैसले से जुड़ी जानकारी भारत के राजनीतिक और नौकरशाही प्रतिष्ठान में भूचाल ला सकते थे इसलिए साल 2013 में भारत के दबाव में तत्कालीन इतालवी सरकार द्वारा कभी भी सार्वजनिक नहीं किया गया था।
क्लासिफाइड दस्तावेज़ में भारत के प्रमुख राजनीतिक परिवार और बिचौलियों के पूरे सुराग और नाम है, जिसका खुलासा हो सकता है। ये अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले से जुड़ा हुआ है। इसमें रिश्वत के तौर पर 600 करोड़ रुपये से अधिक मिला था। ऐसा माना जा रहा है कि ये पैसे भारत में प्राप्त की गई थी
भारत में रिश्वत के पैसे प्राप्त करने वालों के नाम इतालवी अदालत के दस्तावेजों में सील कर दिए गए हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बिजनेसवर्ल्ड को बताया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए काल के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में जांच और अभियोजन पीएम मोदी की हाल की इटली यात्रा से लौटने के बाद गति पकड़ सकता है।
ये भी पढ़ें: Parliament Session Live: PM बोले लोग संसद में ड्रामा नहीं चाहते, देश को जिम्मेदार विपक्ष की जरूरत
पीएम मोदी का नहीं रहा खुशी का ठिकाना
इटली ने अपनी अदालत के विस्तृत फैसले में रिश्वत घोटाले के दस्तावेज को हाल ही में पीएम या उनके विश्वासपात्रों के साथ साझा किया था। इसकी मदद से भारत सरकार देश में हाई प्रोफाइल नेताओं और बिचौलियों को पकड़ सकता है। सूत्रों का कहना है कि इसकी वजह से पीएम मोदी काफी खुश भी नजर आए थे। उनके खुशी का ठिकाना नहीं रहा था। ये सारी चीजें उनके भाषण में झलका था, जब उन्होंने कहा था कि मैं कभी इतना खुश नहीं हुआ।