सार

15वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए सोमवार को वोटिंग हुई। इस दौरान देशभर के निर्वाचित सांसदों और विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग की। चुनाव के दौरान काफी क्रॉस वोटिंग भी हुई। हालांकि, पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के एक विधायक ने तो राष्ट्रपति चुनाव का ही बहिष्कार कर दिया।

President Election 2022: देश के 15वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए सोमवार को वोटिंग हुई। इस दौरान देशभर के निर्वाचित सांसदों और विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग की। चुनाव के दौरान काफी क्रॉस वोटिंग भी हुई, जिसमें गुजरात, ओडिशा, असम और यूपी के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट किया। इसी बीच, पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के एक विधायक ने तो राष्ट्रपति चुनाव का ही विरोध किया। यहां तक कि उन्होंने वोट ही नहीं डाला। 

दरअसल, चंडीगढ़ से अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने एक वीडियो जारी करते हुए राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा में से क‍िसी को वोट नहीं देंगे। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू हैं। वहीं विपक्ष की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है। 

इस वजह से विधायक ने नहीं दिया किसी को वोट : 
राष्‍ट्रपति चुनाव का बहिष्कार कर रहे मनप्रीत स‍िंह अयाली ने कहा क‍ि वो कांग्रेस उम्मीदवार को वोट नहीं देंगे। इसकी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग 1984 के सिख नरसंहार के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें मैं वोट नहीं दे सकता। मनप्रीत का कहना है कि पंजाब के मुद्दों को हल करने के लिए मुझे कांग्रेस से कोई उम्‍मीद नजर नहीं आती हैं। वहीं उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी से पहले उम्मीदें थीं, लेकिन केंद्र में सत्ता में रहने के बाद भी बीजेपी ने पंजाब के मुद्दों का कोई हल नहीं निकाला। 

द्रौपदी मुर्मू से कोई समस्या नहीं : 
अयाली ने कहा क‍ि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज से हैं और मुझे उनसे कोई समस्या नहीं है। लेकिन जिस बीजेपी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है, उसने केंद्र में रहते हुए भी पंजाब के मुद्दों की तरफ ध्यान नहीं दिया। इसमें कई मुद्दे हैं, जिनमें चंडीगढ़ पर पंजाब का हक, सतलुज यमुना लिंक नहर का मुद्दा शामिल है। ऐसे में सिख समुदाय की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मैं राष्ट्रपति चुनाव में किसी पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं दे रहा हूं। 

कौन हैं मनप्रीत अयाली?
मनप्रीत सिंह अयाली पंजाब के लुधियाना जिले में आने वाली दाखा सीट से विधायक हैं। 6 जनवरी, 1975 को पंजाब के अयालीखुर्द में जन्मे मनप्रीत का सरनेम उनके गांव की वजह से ही अयाली पड़ा। वो पहली बार 2012 में शिरोमणि अकाली दल से विधायक बने। अयाली ने 2022 में तीसरी बार दाखा सीट से जीत हासिल की। बता दें कि पंजाब विधानसभा में शिरोमणि अकाली दल के सिर्फ तीन विधायक हैं। वहीं लोकसभा में दो सांसद हैं।

21 को गिनती, 25 को शपथ ग्रहण : 
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को हुई वोटिंग के बाद सभी राज्यों से मत पेटियां दिल्ली पहुंचाई जाएंगी। यहां 21 जुलाई को वोटों की गिनती के बाद देश के नए राष्ट्रपति का नाम सामने आएगा। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। ऐसे में अगले दिन यानी 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह होगा।

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