सार
वारदात 30 जनवरी की है। दिल्ली के उत्तमनगर की सेवक पार्क क्षेत्र में रहने वाली कमलेश नामक एक महिला ने पुलिस को अपने घर में हुई डकैती के बारे में सूचना दी।
Delhi shocking robbery: दिल्ली के उत्तमनगर पुलिस ने शॉकिंग डकैती का खुलासा किया है। पुलिस ने जिस महिला को डकैती के आरोप में अरेस्ट किया है, वह इसी घर की बेटी है। आरोपी महिला ने बुर्का पहनकर घर में घुसकर सोने-चांदी की ज्वेलरी और कैश को चुरा लिया। काफी उधेड़बुन के बाद पुलिस ने जब महिला की बेटी को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो डकैती का शॉकिंग खुलासा सामने आया।
वारदात 30 जनवरी की है। दिल्ली के उत्तमनगर की सेवक पार्क क्षेत्र में रहने वाली कमलेश नामक एक महिला ने पुलिस को अपने घर में हुई डकैती के बारे में सूचना दी। महिला ने बताया कि उसकी बेटी की शादी थी, घर पर गहने और नकदी थे, जिसकी डकैती हो गई। कमलेश ने अपनी तहरीर में बताया कि 30 जनवरी को दोपहर 2 बजे से 2:30 बजे के बीच उनके घर से लाखों रुपये के सोने और चांदी के आभूषण और 25,000 रुपये नकद चोरी हो गए।
पुलिस के होश उड़े जब जांच करने पहुंची
पुलिस ने महिला की शिकायत पर जांच शुरू की। महिला के घर पहुंच कर पड़ताल में यह साफ था कि मुख्य दरवाजा या आलमारी के ताले से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई थी। पुलिस को डकैती संदिग्ध लगी। पुलिस टीम ने इलाका के सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो बुर्का पहने एक संदिग्ध महिला को घर में प्रवेश करते हुए देखा गया। पुलिस इसके बाद चोरी की घटना के प्रति आश्वस्त हो गई। फिर शक के आधार पर कमलेश की 31 वर्षीय बड़ी बेटी श्वेता को हिरासत में लिया।
फिर सच आया सामने...
दिल्ली पुलिस का दावा है कि गिरफ्तारी श्वेता ने ही डकैती की है। पुलिस ने बताया कि चोरी की योजना श्वेता ने ईर्ष्या और लालच में बनाई। श्वेता का आरोप है कि उसकी मां उसकी छोटी बहन को अधिक प्यार करती है। इसलिए उसकी शादी में विघ्न डालने के लिए उसने गहनों की चोरी की। श्वेता ने यह भी स्वीकारा कि उस पर कुछ कर्ज भी था। श्वेता ने पुलिस को बताया कि चोरी की योजना बनाई। उसने जो आभूषण चुराए उनमें से कुछ उसके थे जिन्हें उसने अपनी मां से रखने के लिए कहा था जबकि बाकी आभूषण उसकी मां ने उसकी बहन की शादी के लिए बनाए थे।
कैसे दिया डकैती को अंजाम?
पुलिस ने बताया कि श्वेता ने डकैती को अंजाम देने के लिए पहली बार वह जनवरी में अपनी मां के घर से बाहर चली गई। कुछ दिनों तक कमलेश ने अपनी बड़ी बेटी को उसके नए घर की व्यवस्था करने में मदद करने उसके पास आती। छोटी बेटी के काम पर जाने के बाद वह श्वेता के पास आती थी। इसी का फायदा श्वेता ने उठाया। पुलिस ने बताया कि वारदात वाले दिन श्वेता ने पहले अपने मां के घर की चाबियां चुराई और सब्जी खरीदने के बहाने घर से निकली। फिर मां के घर पहुंची। मां के घर पहुंचने के लिए एक सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल उसने बुर्का पहनने के लिए किया। फिर मां के घर पहुंची और चाबियों से ताला खोलकर घर में घुसी। आलमारी का लॉकर खोला। इसके बाद गहने और नकदी निकाले। फिर आराम से दरवाजा बंद कर वापस लौट गई।
रोज की भांति जब श्वेता के घर से कमलेश वापस आई तो उसने किसी वजह से आलमारी खोली। लॉकर से गहने व नकदी गायब मिलने पर उसके होश उड़ गए। फिर उन्होंने अपनी बेटी श्वेता और दूसरी बेटियों को जानकारी दी। किसी को शक न हो इसलिए श्वेता पहुंची और वह लगातार परेशान होने का नाटक करती रही। लेकिन पुलिस की गिरफ्त से बच न सकी।
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