सार
भारत के लिए ओलंपिक में मेडल जीतने वाले शानदार एथलीट अभिनव बिंद्रा (Abhinav A Bindra) ने इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी, इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन और भारत सरकार की संयुक्त बैठक में खेल और खिलाड़ियों को लेकर बड़ी बातें कही हैं। उन्होंने 5 प्वाइंट्स में भारत के स्पोर्टिंग फ्यूचर का खाका खींचा है।
Abhinav Bindra Latest Updates. ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा खेल और खिलाड़ियों को लेकर बेहद संजीदा रहते हैं। उन्होंने इंटरनेशनल ओलंपिक समिति, भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन और भारत सरकार की संयुक्त मीटिंग में स्पोर्ट्स को लेकर कुछ सुझाव दिए हैं। साथ ही उन्होंने अपनी फाइंडिंग्स भी बताई हैं कि पिछले 10 सालों में भारत की खेल संस्कृति में किस तरह के बदलाव आए हैं। अभिनव ने कुछ सुझाव भी दिए हैं, जो भारतीय खेल प्रतिभाओं के लिए बेहतर हो सकते हैं और आने वाले दिनों में भारत स्पोर्ट्स में शानदार प्रदर्शन कर सकता है।
दांव पर क्या लगा है?
अभिनव बिंद्रा ने कहा कि दुनिया की कुल आबादी का 17.5 फीसदी हिस्सा खेलों से जुड़े लोगों का है। बिंद्रा ने कहा भारतीय खेलों के लिए अब से बेहतर समय पहले कभी नहीं था। मौजूदा मोदी सरकार खेल और खिलाड़ियों के लिए जिस तरह से काम कर रही है, वह बहुत ही अच्छा है। इसी का नतीजा है कि टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीट्स ने शानदार प्रदर्शन किए। उन्होंने कहा कि भारत में खेलों का भविष्य बहुत उज्जवल है और यह कहा जा सकता है कि अभी तो यह शुरूआत है। बिंद्रा ने कहा कि जनता चाहती है कि खेलों के इस मिशन को आगे ले जाने के लिए एक मजबूत, जिम्मेदार और स्वायत्त संस्था की जरूरत है।
अभिनव ने 5 प्वाइंट्स में रखी अपनी बात
ओलंपियन अभिनव बिंद्रा ने कहा कि मैंने 5 प्रमुख प्वाइंट्स में अपनी बात रखी है। इसमें सरकार के एथलीट रिप्रेजेंटेटिव के साथ ही एथलीट्स के राइट्स और रिस्पांसिबिलिटी, आईओसी में रोटेशनल मेंबरशिप संरचना, जिसमें एथलीट्स की मेंबरशिप भी शामिल है। इसके अलावा गवर्नेंस के साथ चेक एंड बैलेंस का फ्रेमवर्क और अंतिम बात यह कि ऑपरेशनल और फाइनेंसियल इंटीग्रीटी कैसे बने। इन 5 महत्वपूर्ण मुद्दों पर अभिनव बिंद्रा ने अपनी बात रखी है, जो कि भारत में खेलों के भविष्य के लिए बेहत जरूरी भी है। इस मीटिंग में बिंद्रा ने एथलीट्स के वेलफेयर की भी बात की है, जो दूसरों को प्रेरणा देने का काम करते हैं।
ये हैं अभिनव बिंद्रा के 5 प्वाइंट्स
- एथलीट्स रिप्रेजेंटेशन और एथलीट्स राइट्स का पालन किया जाए, यह खेलों के जरूरी है
- ओलंपिक, कॉमनवेल्थ और एशियाड में शामिल लोग ही नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के मेंबर बनें
- आईओसी जनरल बॉडी, ऑफिस बियरर्स सहित गुड गवर्नेंस के नियमों का पालन होना चाहिए
- स्पोर्ट्स में ऑपरेशल और फाइनेंसियल इंटीग्रीटी हो और पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाए
- स्पोर्ट्स पर्सन के सभी डिस्प्यूट्स को बेहतर तरीके से हल किया जाए, यह बेहद जरूरी है
यह भी होना जरूरी है
ओलंपियन अभिनव बिंद्रा ने अपने बयान में कहा कि ओलंपिक कैरेक्टर के अनुसार इन सभी पहलुओं पर पूरी तरह से ध्यान दिया जाना चाहिए। इसमें आईओसी के सिद्धांत के साथ ही बेसिक यूनिवर्सल प्रिंसिपल ऑफ गुड गवर्नेंस शामिल रहे। साथ ही नेशनल स्पोर्ट्स कोड ऑफ इंडिया और भारत में लागू होने वाले सभी कानून भी जुड़ें। इन सभी को मिलाकर ही ओलंपिक के लिए एकता और भारत में स्पोर्ट्स मूवमेंट को आगे बढ़ाया जा सकता है। ओलंपियन अभिनव बिंद्रा ने जो 5 प्वाइंट पर बात की है, इसके लिए उन्होंने देश भर का दौरा किया और कई वर्तमान औ पूर्व ओलंपियंस से बात की है।
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