सार
टोक्यो ओलंपिक गेम्स (Tokyo Olympics Games) में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का सिर फक्र से ऊंचा करने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने फिनलैंड में हो रहे पावो नुरमी गेम्स (Paavo Nurmi Games) में भाला फेंक में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करत हुए सिल्वर हासिल करके एक नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया है।
नई दिल्ली. भारतीय खिलाड़ियों के 'हीरो' टोक्यो ओलंपिक गेम्स (Tokyo Olympics Games) में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का सिर फक्र से ऊंचा करने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने फिनलैंड में हो रहे पावो नुरमी गेम्स(Paavo Nurmi Games) में सिल्वर हासिल करके एक नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया है। नीरज चोपड़ा ने 89.03 मीटर लंबा थ्रो फेंका। बता दें कि पिछले साल ओलंपिक में उन्होंने 87.58 मीटर दूर भाला फेंका था, जिसके बाद गोल्ड मिला था। टोक्यो ओलिंपिक के करीब 10 महीने बाद नीरज का यह कोई पहला टूर्नामेंट था। 24 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने पहली कोशिश में 86.92 मीटर का थ्रो फेंका। तीसरे, चौथे और पांचवें प्रयास में भी उन्होंने पूरी ताकत झोंकी, लेकिन 85.85 मीटर का ही स्कोर निकाल पाए। बता दें कि वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर में पावो नुरमी एक गोल्ड इवेंट है। इसे डायमंड लीग के बाद सबसे बड़ी ट्रैक-एंड-फील्ड प्रतियोगिता माना जाता है। ओलिविर हेलेंडर को गोल्ड मेडल मिला। उन्होंने 89.93 मीटर दूर भाला फेंका। हाल में एक इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा ने अपने ड्रीम्स का खुलासा करते हुए कहा था कि उनका लक्ष्य 90 मीटर तक भाला फेंकना है। अगर नीरज इसमें सफल रहे, तो वे दुनिया के सबसे बेहतरीन थ्रोअर बन जाएंगे।
नीरज का पहला नेशनल रिकॉर्ड 88.07 मीटर था
पावो नुरमी गेम्स(Paavo Nurmi Games) में बेशक नीरज को सिल्वर से संतोष करना पड़ा, लेकिन इससे उनका कॉन्फिडेंस बढ़ा है। वे अगले साल होने वाले वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड की उम्मीद के लिए एक नए जोश के साथ तैयार हो गए हैं। नीरज चोपड़ा का इससे पहले नेशनल रिकॉर्ड 88.07 मीटर था। यह रिकॉर्ड पिछले साल मार्च में पटियाला में बनाया गया था। नीरज ने 7 अगस्त, 2021 को टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया था। पावो नूरमी गर्मियों के सीजन में फिनलैंड की टॉप ट्रैक और फील्ड प्रतियोगिता है। यह 1957 से हर साल होती आ रही है। पावो नूरमी प्रसिद्ध फिनिश मध्य और लंबी दूरी के धावक थे। इनके ही नाम पर इस प्रतियोगिता का नाम रखा गया है। यह एक वर्ल्ड एथलेटिक्स कान्टिनेंटल टूर गोल्ड सीरीज इवेंट है।
यह भी पढ़ें-
ये है दुनिया की 5 सबसे महंगी लीग, 1 मैच दिखाने के लिए देना होता है 100 करोड़ से ज्यादा रुपए
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 52 गोल्ड जीतकर पहले स्थान पर रहा हरियाणा, महाराष्ट्र को मिला दूसरा नंबर