सार

हाल ही में संपन्न कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने 50 से ज्यादा मेडल जीतकर देश का सीना गर्व से उंचा कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खिलाड़ियों की भरपूर प्रशंसा की। अब राजस्थान में ग्रामीण ओलंपिक होने जा रहा है। 

Rural Olympic Rajsthan. ज्यादातर मेडल जीतने वाले देश खिलाड़ियों को खोजने में ज्यादा इंवेस्ट करते हैं, यही कारण है कि उन देशों के एथलीट्स मेडल्स का अंबार लगा देते हैं। देश में भी यह प्रक्रिया अब तेजी पकड़ रही है। यही कारण है कि ग्रामीण प्रतिभाओं को खोजने, उन्हें तराशने और बेहतर खिलाड़ी बनाने के लिए राजस्थान में ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन 29 अगस्त से होने जा रहा है। राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक का मकसद यही है कि गांव-गांव से निकलने वाली खेल प्रतिभाओं को पहचाना जा सके, जो आगे चलकर देश का नाम रोशन करें।

कब और कहां होगा ग्रामीण ओलंपिक
राजस्थान के अधिकारियों के अनुसार राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक गेम्स का आयोजन 29 अगस्त से शुरू किया जाएगा। इसमें ग्राम पंचायत स्तरीय खेल टूर्नामेंट 29 अगस्त से होंगे। ब्लॉक स्तरीय 12 सितंबर से, जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 22 सितंबर से और राज्य स्तरीय टूर्नामेंट 2 अक्टूबर से होंगे। इनमें कबड्डी, खो-खो, शूटिंग, बालीवाल, टेनिस बॉल क्रिकेट, हॉकी और वॉलीबाल के खेल होंगे। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर समिति बनाई गई है, जो खिलाड़ियों का चयन करेंगे। 

सांस्कृति कार्यक्रम भी होंगे
राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें राजस्थान की विरासत और संस्कृति की झलक मिलेगी। वहीं राज्य सरकार अपनी जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार भी करेगी। अधिकारियों की मानें तो यह खेल प्रतियोगिता राजस्थान से कई खिलाड़ी देगी, जो भविष्य में भारतीय टीम का हिस्सा हो सकते हैं। विभिन्न खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों ने अभ्यास भी शुरू कर दिया है। 

पीएम लांच कर चुके हैं नेशनल स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च स्कीम
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च स्कीम लांच की है। यह एक तरह का टैलेंट हंट प्रोग्राम है, जिसके माध्यम से छिपी हुई प्रतिभाओं को खोजने का प्रयास किया जाएगा। इस स्कीम में कोई भी छात्र-छात्राएं पंजीयन करवा सकते हैं। सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल भी लांच किया है, जिसके माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। इसके माध्यम से चयनित छात्र को 5 लाख रुपए दिए जाएंगे और यह राशि अगले 8 वर्षों तक दी जाएगी। इस वित्तीय मदद से वे अपनी रूचि के खेल में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। 

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