सार
बीमारी से जूझ रहे फुटबाल कमेंटेटर और इतिहासकार नोवी कपाड़िया को चिकित्सा खर्चों के लिये खेल मंत्रालय ने सोमवार को चार लाख रुपये का अनुदान दिया क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय ने चार दशक की सेवा के बावजूद उनकी पेंशन का पैसा जारी नहीं किया है।
नई दिल्ली. बीमारी से जूझ रहे फुटबाल कमेंटेटर और इतिहासकार नोवी कपाड़िया को चिकित्सा खर्चों के लिये खेल मंत्रालय ने सोमवार को चार लाख रुपये का अनुदान दिया क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय ने चार दशक की सेवा के बावजूद उनकी पेंशन का पैसा जारी नहीं किया है।
कपाड़िया एक दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त हैं
खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा, ‘‘नोवी कपाड़िया ने भारतीय खेलों की दशकों तक सेवा की। जब मुझे पता कि दिल्ली विश्वविद्यालय से उनकी पेंशन जारी नहीं हुई है और वह एक दुर्लभ बीमारी से ग्रस्त है और उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता की जरूरत है, हमने इस धनराशि के साथ उन्हें तुरंत राहत देने का फैसला किया। ’’
मंत्री ने कहा, ‘‘उनकी पेंशन जल्द से जल्द मिल जाए इसके लिये हम मानव संसाधन विकास मंत्रालय से भी संपर्क कर रहे हैं। ’’ कपाड़िया को खिलाड़ियों के लिये पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय कल्याण कोष के तहत वित्तीय सहायत की गयी है।
(ये खबर पीटीआई/भाषा की है। हिन्दी एशियानेट न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)