सार

 पीआर श्रीजेश का स्वागत करने के लिए उनके फैमली मेंबर एयरपोर्ट पहुंचे थे। एयरपोर्ट में ही उनकी मां ने उन्हें गले लगा लिया। 
 

कोच्चि. टोक्यो ओलंपिक में इतिहास बनाने के बाद पुरुष हॉकी टीम के खिलाड़ी अपने-अपने घर पहुंच गए हैं। मंगलवार को कोच्चि पहुंचे भारतीय गोलकीपर की एक बेहद ही भावुक तस्वीर सामने आई है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम (Indian Men's Hockey Team) के गोलकीपर पीआर श्रीजेश (PR Sreejesh) ने अपना मेडल अपने माता-पिता को समर्पित किया। 

पिता को पहनाया मेडल
41 साल बाद भारतीय टीम हॉकी में पदक जीती है। पीआर श्रीजेश मंगलवार को कोच्चि पहुंचने पर सबसे पहले अपने पिता पीआर रवींद्रन को अपना मेडल पहनाया। पुरुष हॉकी टीम से गोल्ड मेडल की उम्मीद की जा रही थी लेकिन सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद उसने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

मां ने लगाया गले
 पीआर श्रीजेश का स्वागत करने के लिए उनके फैमली मेंबर एयरपोर्ट पहुंचे थे। एयरपोर्ट में ही उनकी मां ने उन्हें गले लगा लिया।

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श्रीजेश की कींपिग से मिली थी जीत
कोच्चि के रहने वाले पीआर श्रीजेश ने मैच के आखिरी कुछ सेकेंड में शानदार बचत करते हुए भारत को दशकों बाद ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था।  श्रीजेश टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के एक मजबूत पिलर की तरह खड़े हुए हैं और टीम को मजबूती प्रदान की।

ईनाम की बौछार
गोलकीपर पीआर श्रीजेश पर लगातार इनामों का बारिश हो रही है। टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल दिलाने पर बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है। यूएई के वीपीएस हेल्थकेयर के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शमशीर वायलिल ने सोमवार को भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश के लिए 1 करोड़ रुपये के नकद इनाम देने का ऐलान किया। वहीं, केरल सरकार ने भी नगद ईनाम की घोषणा की है।

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