सार
वर्ल्ड एथलेटिक्स डे हर साल मई के महीने में मनाया जाता है। हालांकि, इसकी तारीख में बदलाव होता रहता है। इस बार इसे 7 मई को मनाया जा रहा है। बता दें कि पहला वर्ल्ड एथलेटिक्स डे 1996 में अमेरिका के अटलांटा शहर में मनाया गया था।
नई दिल्ली। वर्ल्ड एथेलेटिक्स डे इस बार 7 मई को मनाया जा रहा है। इसकी तारीख हर साल बदलती रहती है, जिसे IAAF (International Amateur Athletic Federation) तय करता है। एथेलेटिक्स महासंघों के अंतरराष्ट्रीय संघ IAAF का गठन 17 जुलाई, 1912 में हुआ था। इसका हेडक्वार्टर पहले स्वीडन की राजधानी स्टाकहोम में था। हालांकि, बाद में इसे मोनाको शिफ्ट कर दिया गया।
26 साल पहले मनाया था फर्स्ट एथेलेटिक्स डे :
इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद एथेलेटिक्स में यूथ की भागीदारी को बढ़ाना और उन्हें इसकी तरफ ज्यादा से ज्यादा आने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके अलावा इसका उद्देश्य दुनियाभर के स्कूलों और कॉलेजों में प्राथमिक खेल के तौर पर एथेलेटिक्स को बढ़ावा देना भी है। बता दें कि 2019 में एथेलेटिक्स महासंघों के अंतरराष्ट्रीय संघ IAAF का नाम बदलकर वर्ल्ड एथेलेटिक्स कर दिया गया।
कब मनाया गया पहला एथेलेटिक्स डे :
विश्व का पहला एथेलेटिक्स डे 1996 में अमेरिका के अटलांटा शहर में मनाया गया था। इसका शुभारंभ IAAF के तत्कालीन चेयरमैन प्राइमो नेबियोलो ने किया था। वर्तमान में इसके चेयरमैन सेबस्टियन कोए हैं और इसका मुख्यालय मोनाको शहर में है। बता दें कि वर्ल्ड एथेलेटिक्स चैंपियनशिप हर दो साल में आयोजित की जाती है। 2021 में इसे कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दिया गया था। अब यह जुलाई, 2022 में होगी।
भारत में एथेलेटिक्स के लिए AFI :
भारत में एथेलेटिक्स के लिए को बढ़ावा देने का काम एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) के पास है। यह IAAF और इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) से जुड़ा हुआ है। AFI की शुरुआत 1946 में हुई थी और इसका मकसद बचपन से ही स्टूडेंट्स को एथेलेटिक्स के बारे में जागरुक करना है ताकि वे ओलिंपिक, कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स जैसे बड़े आयोजनों में भारत का प्रतिनिधित्व कर नाम रोशन करें। बता दें कि एथेलेटिक्स में मूल रूप से रनिंग, जंपिंग, ट्रैक एंड फील्ड, रोड रनिंग, क्रॉस कंट्री रनिंग, रेस वॉकिंग, डिस्कस थ्रो, हैमर थ्रो, जैवलिन थ्रो, पोल वॉल्ट और मैराथन शामिल हैं।