सार
दोनों भाई रोहित और बिट्टू अपनी बहन और मां- बाप की अर्थी को देख कर बार-बार बेहोश हो रहे थे।
पटना. गैस सिलेंडर में अचानक आग लगने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, मृतकों में मां-पिता और बेटी थे। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर शवों को परिजनों के सुपुर्द किया।
22 सितम्बर को रामकृष्णा नगर थाने के नई ब्रम्हपुरा गोकुलधाम सोसाइटी की गली नं तीन में किराये के मकान में रहने वाले 50 वर्षीय विनोद सिंह के घर में रखे गैस सिलेंडर में अचानक से आग लग गई जिसकी चपेट में उसकी 45 वर्षीय पत्नी रश्मि देवी व 19 वर्षीय बेटी लवली कुमारी आ गई, जिन्हे बचाने आया विनोद भी आग की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया। तीनो को उपचार के लिए पीएमसीएच ले जाया गया, जहा तीनो की मौत हो गई।
जिसकी उठनी थी डोली , उसकी उठी अर्थी
जिस लाड़ली बहन की डोली उठनी थी, उसकी जब अर्थी उठाई गई तो सभी की आखों में आंसू छलक उठे। क्योंकि दोनों भाई रोहित और बिट्टू अपनी बहन लवली की डोली उठाने की बात रोज घर पर किया करते थे। दोनों अभी छात्र है और अपना जीवन शुरू करने से पहले ही उनके सर से उनके माता-पिता का हाथ उठ गया।
थामे नहीं थम रहे थे दोनों भाइयो की आंखो के आंसू
यह नजारा देख रहे सभी की आंखे नाम थी तो वही दोनों भाई रोहित और बिट्टू अपनी बहन और मां-बाप की अर्थी को देख कर बार-बार बेहोश हो रहे थे। कभी वह अपनी बहिन की अर्थी से तो कभी मां और पिता की अर्थी से लिपट कर रो रहे थे।
घटना के समय घर पर नहीं थे दोनों भाई
जब यह हादसा हुआ उस समय दोनों भाई रोहित और बिट्टू कोचिंग गए हुए थे, और जब वह वापिस आये तब तक उनका परिवार ख़त्म हो चुका था।
बच्चो को अच्छी शिक्षा मिल सके इसके लिए गांव से पटना आया था परिवार
मृतक विनोद के पिता एक किसान है और विनोद भी अपने पिता की खेती किसानी में मदद करता था। वह अपने बच्चो को गांव से पटना इसलिए लाया था ताकि उसके बच्चो को अच्छी शिक्षा मिल सके।