सार
10 मार्च को चुनावी नतीजों के बाद से ही मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस बना हुआ था। राज्य में वैसे तो किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है लेकिन 20 सीटें जीतकर बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। तीन निर्दलीय और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के दो विधायकों की तरफ से बिना शर्त पार्टी को समर्थन पत्र मिल चुका है।
पणजी : लंबे चिंतन-मंथन के बाद आखिरकार बीजेपी हाईकमान ने गोवा (Goa) के मुख्यमंत्री के रुप में प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) का नाम फाइनल कर दिया है। दिल्ली में हुई बैठक के बाद पार्टी ने सावंत के नाम पर हरी झंडी दे दी है। बताया जा रहा है कि होली के बाद प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं। बता दें कि 10 मार्च को चुनावी नतीजों के बाद से ही मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस बना हुआ था। राज्य में वैसे तो किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है लेकिन 20 सीटें जीतकर बीजेपी (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनी है। तीन निर्दलीय और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के दो विधायकों की तरफ से बिना शर्त पार्टी को समर्थन पत्र मिल चुका है।
कब होगा शपथ ग्रहण
दिल्ली में सीएम फेस को लेकर लगातार चर्चाओं का दौर चल रहा था। भारतीय जनता पार्टी दफ्तर में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda), गोवा के प्रभारी सीटी रवी, देवेंद्र फडणवीस गोवा बीजेपी के अध्यक्ष सदानंद तानवडे और प्रमोद सावंत बैठक में शामिल हुए थे। जानकारी मिल रही है कि राज्य में नई सरकार के लिए अभी लंबा इंतजार करना होगा। होली के बाद के तीन-चार दिन सही नहीं माने जाते इसलिए होली के तीन-चार दिन बाद ही वहां पर विधायक दल की मीटिंग होगी। इस मीटिंग के बाद शपथ ग्रहण समारोह होगा। यानी नई सरकार के गठन में करीब एक हफ्ते का वक्त लग सकता है।
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सीएम फेस को लेकर चल रही थी खींचतान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी के भीतर सीएम फेस को लेकर खींचतान चल रही थीहै। शनिवार को बीजेपी के ही विधायक विश्वजीत प्रताप सिंह राणे (Vishwajit Pratapsingh Rane) अचानक राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे। विश्वजीत राणे की पत्नी दिव्या राणे भी परवेम विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं। दिव्या की तरफ से रविवार को एक मराठी भाषी अखबार में एक पेज का विज्ञापन दिया गया था। इस विज्ञापन में प्रमोद सावंत का चेहरा शामिल नहीं किया गया था। इस विज्ञापन में लिखा गया था कि गोवा के इतिहास में ऐसा कभी नहीं, कि कोई उम्मीदवार किसी भी पार्टी का 13 हजार 943 वोट के अंतर से जीत दर्ज करे। परवेम से बीजेपी उम्मीदवार दिव्य विश्वजीत राणे ने ये कीर्तिमान हासिल किया है, महिला शक्ति का उदय हुआ है। जिसके बाद इसे मुख्यमंत्री पद की दावेदारी के रुप में देखा गया।
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सीएम बनने की इच्छा जता चुके हैं विश्वजीत राणे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विश्वजीत राणे पार्टी नेताओं के सामने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जता चुके हैं। 2019 में भी मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के निधन के बाद गोवा में नया मुख्यमंत्री बनाया जा रहा था, उस वक्त भी विश्वजीत राणे ने अपनी दावेदारी पेश की थी। लेकिन बाद में उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। बता दें कि विश्वजीत के पिता प्रताप सिंह राणे कांग्रेस (Congress) के कद्दावर नेता हैं और 9 बार लगातार विधायक रह चुके हैं। तीन बार मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
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