सार
रविवार, 31 जुलाई को, मुहर्रम 2022 का महीना आधिकारिक तौर पर भारत में शुरू हुआ। इसका समापन 9 अगस्त को होगा। कहा जाता है कि मुहर्रम के महीने में पैगंबर इमाम हुसैन कर्बला की लड़ाई में मारे गए थे।
अहमदाबाद। गुजरात के जामनगर में मुहर्रम पर कई घरों में दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा। सोमवार को ताजिया जुलूस के दौरान करंट उतरने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि 15 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के समय सभी लोग मुहर्रम के मौके पर ताजिया जुलूस में शामिल हो रहे थे। सभी घायलों को जामनगर के जीजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि जुलूस निकालते वक्त ताजिया बिजली के तार से सट गया। इससे करंट ताजिया में आ गया। ताजिया के साथ चल रहे लोगों में कई लोग इसकी चपेट में आ गए।
ताजिया में करंट आने से हर ओर अफरातफरी मच गई। करंट की चपेट में आने से दो लोग गंभीर हो गए और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि 15 से अधिक घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। इन लोगों को डॉक्टर्स की निगरानी में रखा गया है। डॉक्टर्स ने फिलहाल, सबको खतरे से बाहर बताया है।
मुहर्रम शोक के समय के रूप में मनया जाता
रमजान के बाद मुहर्रम को इस्लामिक कैलेंडर में दूसरा सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इस महीने के पहले दिन को अक्सर हिजरी या अरबी नव वर्ष के रूप में जाना जाता है। मुस्लिम समाज मुहर्रम पर बहुत ध्यान देते हैं, जिसे गहरे शोक के समय के रूप में मनाया जाता है।
रविवार, 31 जुलाई को, मुहर्रम 2022 का महीना आधिकारिक तौर पर भारत में शुरू हुआ। इसका समापन 9 अगस्त को होगा। कहा जाता है कि मुहर्रम के महीने में पैगंबर इमाम हुसैन कर्बला की लड़ाई में मारे गए थे। ताजिया इमाम हुसैन के मकबरे की प्रतिकृति है, और इसे कई रूपों और आकारों में बनाया जाता है। तज़िया शब्द अरबी शब्द अज़ा से लिया गया है जिसका अर्थ है मृतकों का स्मरण करना। मुस्लिम समुदाय के सदस्य ताज़िया के साथ जुलूस में ढोल बजाते हैं और या हुसैन का जाप करते हैं।
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