सार

दीवाली पर अक्सर देखा जाता है कि बच्चों की पटाखे फोड़ने की छोटी सी शरारत बहुत महंगी साबित हो सकती है। इसलिए माता-पिता को बच्चों पर नजर रखनी चाहिए। सूरत में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां पटाखे के दौरान हादसा हो गया।

सूरत (गुजरात). दीवाली का त्यौहार आए और बच्चे पटाखे ना फोड़े ऐसा हो ही नहीं सकता है। लेकिन पेरेंट्स को ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चे कब कैसे और कहां पर पटाखा फोड़ रहे हैं। नहीं तो जरा सी गलती बहुत भारी पड़ सकती है। ऐसा ही लापरवाही का एक मामला सूरत से सामने आया है। जहां 5 बच्चे सीवर लाइन के मैनहोल के ऊपर पर बैठकर पटाखे जला रहे थे। तभी  सीवार से गैस निकली और आग लग गई। जिसमें बच्चे झुलस गए। आनन-फान में उन्हें अस्पताल में एडमिट काराया गया है।

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सीसीटीवी में कैद पूरा मामला
दरअसल, मामला सूरत शहर के तुलसी दर्शन सोसाइटी का है। जहां कुछ बच्चे गुरुवार दोपहर मस्ती करते हुए सीवर के टक्कन पर बैठकर पटाखे जला रहे थे। इसी दौरान सीवर से लीकेज हो गया और पटाखे के जलते ही आग लग गई। आग की चपेट में सभी बच्चे आ गई। यह पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।

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 गनीमत रही कि ढक्कन टूटा नहीं
बता दें क सोसाइटी की सीवर लाइन के पाइपलान का काम चल रहा था। इसी दैरान बच्चे खेलते-खेलते आए और सीवेज लाइन पर बैठकर पटाखे फोड़ने लगे। वह गटर के ढक्कन में पटाखा रखकर फोड़ना चाहते थे। अगर सीवेज से गैस ज्यादा लीकेज हो जाती तो यह हादसा बड़ा भी हो सकता था। बच्चों की जान भी जा सकती थी। गनीमत रही कि ढक्कन टूटा नहीं, जिससे बच्ची की जान बच गई।

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संयोग से बच गए बच्चों के मुंह और आंख
बच्चों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह अच्छी बात है कि पांचों में से कोई भी गंभीर रुप से घायल नहीं हुआ है। बस बच्चों के हाथ पैरों में जलन हो रही है। गनीमत रही कि उनकी आंख और मुंह पटाखों और सीवर की गैस से बच गए। नहीं तो लेने के देने पड़ जाते।