सार
अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल की दी हुई प्रेरणा ने ही आज देश को एक और अक्षुण्ण रखने का काम किया है। आज उनकी प्रेरणा देश को आगे ले जाने में, हमें एकजुट रखने में सफल हुई है। एक जमाने में आचार्य चाणक्य ने देश को एकजुट किया था। इसके सदियों बाद सरदार ने देश को एकजुट किया।
अहमदाबाद : लौहपुरुष सरदार पटेल (Vallabhbhai Patel) की जयंती के मौके पर 'राष्ट्रीय एकता दिवस' समारोह में भाग लेने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (amit shah) गुजरात (gujrat) के केवड़िया पहुंचे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले सरदार पटेल की प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने एक परेड की अध्यक्षता भी की। इस परेड में अर्धसैनिक और गुजरात पुलिस के जवानों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में प्रदर्शन करने के लिए ITBP, SSB, CISF, CRPF और BSF के 75 साइकिल चालकों और त्रिपुरा, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, गुजरात के पुलिस बलों के 101 मोटरसाइकिल सवारों ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि सदियों में कोई एक सरदार बन पाता है, वो एक सरदार सदियों तक अलख जगाता है।
सरदार पटेल ने देश को एक धागे में पिरोया
अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल की दी हुई प्रेरणा ने ही आज देश को एक और अक्षुण्ण रखने का काम किया है। आज उनकी प्रेरणा देश को आगे ले जाने में, हमें एकजुट रखने में सफल हुई है। गृहमंत्री ने कहा कि एक जमाने में आचार्य चाणक्य ने देश को एकजुट किया था। इसके सदियों बाद सरदार ने देश को एकजुट किया। इसी की वजह से आज देश विश्व में अपना स्थान पा पाया। अंग्रेजों के सामने व्यवहारिक पक्ष का नेतृत्व सरदार पटेल ने किया था। किसी भी बात को बेबाक तरीके से रखना पटेल के व्यक्तित्व में था। उन्होंने कहा कि केवड़िया किसी जगह का नाम नहीं है, ये तीर्थ स्थान बन गया है। राष्ट्र की एकता का तीर्थ स्थान, देश भक्ति का तीर्थ स्थल और आज ये आसमान को छूने वाली स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पूरी दुनिया को संदेश दे रही है कि भारत का भविष्य उज्ज्वल है।
सरदार पटेल ने अखंड राष्ट्र का स्वरूप दिया
अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन हमें बताता है कि कैसे एक व्यक्ति अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, लौह नेतृत्व और अदम्य राष्ट्रप्रेम से देश के भीतर की सभी विविधताओं को एकता में बदल कर एक अखंड राष्ट्र का स्वरूप दे सकता है। सरदार पटेल ने देश के एकीकरण के साथ आजाद भारत की प्रशासनिक नींव रखने का भी काम किया।
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सरदार पटेल को वो सम्मान नहीं मिला, जिसके हकदार थे
अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल ने भारत को एक करने का काम किया मगर दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरदार साहब को भुलाने का प्रयास किया गया। आजादी के बाद उनके योगदान को उचित सम्मान, उचित स्थान कभी नहीं मिला, न ही उन्हें भारत रत्न दिया गया, न उनको उचित सम्मान दिया गया मगर कहते हैं कि सूर्य को कोई कितनी देर तक अलग कर रख सकते हैं। आज सरदार साहब को भारत रत्न भी मिला है और विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा हम सबकी नजरों के सामने हैं। यह स्टैचू ऑफ यूनिटी पूरी दुनिया को संदेश है कि भारत की एकता को कोई तोड़ नहीं सकता।
100 साल का संकल्प लेना होगा
शाह ने कहा कि इस जन सहयोग से बनी हुई मूर्ति इसका प्रतीक है कि आने वाली पीढ़ियों किस प्रकार से सरदार से प्रेरणा लेकर आगे जाना है। हमारी एकता को प्रदर्शित करते हुए रन फॉर यूनिटी भी उसी दिन शुरू होती है। सुबह एकता के लिए राष्ट्रीय एकता दौड़ में अपने आप को समर्पित करते हैं। यह आजादी के अमृत महोत्सव का वर्ष हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। देश में प्राप्त की हुई सिद्धियों का गुणगान तो गाना है मगर 100 साल बाद देश कहां होगा, उसका संकल्प भी आज की पीढ़ी को लेना है।
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