सार

कोरोना वायरस से निपटने के लिए लॉकडाउन 3 मई तक तो बढ़ा दिया है। लेकिन, इस दौरान दिल को झकझोर देने वाली खबरें सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक मार्मिक वीडियो और तस्वीर केरल में देखने को मिली। जहां एक बेटे को अपने बीमार पिता का इलाज कराने के लिए गोद में उठाकर एक किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा।
तिरुवनंतपुरम (केरल). कोरोना वायरस से निपटने के लिए लॉकडाउन 3 मई तक तो बढ़ा दिया है। लेकिन, इस दौरान दिल को झकझोर देने वाली खबरें सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक मार्मिक वीडियो और तस्वीर केरल में देखने को मिली। जहां एक बेटे को अपने बीमार पिता को गोद में उठाकर 1 किलोमीटर तक  पैदल चलना पड़ा

बेटे से नहीं देखा गया बीमार पिता का दर्द
दरअसल. यह दुखद घटना बुधवार को तिरुवनंतपुरम जिले के पनलूर शहर में देखने को मिली। जहां  65 साल के पिता को बीमार देखकर एक बेटा उन्हें अस्पताल ले जाने को सड़क पर दौड़ता दिखाई दिया।  जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने ऑटो वाले को पीड़ित शख्स के घर से 1 किलोमीटर दूर ही रोक दिया था। यह ऑटो बीमार युवक को अस्पताल ले जाने के लिए आया था। ऐसे में बेटे को अपने पिता का दर्द नहीं देखा गया और वह उन्हें गोद में लेकर ऑटो तक इस तरह पहुंचा।

मानवाधिकार आयोग ने पुलिस से किया सवाल
जब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो केरल मानवाधिकार आयोग ने इस पर संज्ञान लिया। आयोग ने पुलिस से इस मामले को लेकर सवाल किया। पूछा कि क्यों मरीजो ले जाने के लिए वाहन को पीड़ित परिवार के घर तक नहीं पहुंचने दिया गया। इतना ही नहीं आयोग ने पुलिस के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया है।

सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस को घेरा
इस घटना को देखकर सोशल मीडिया पर यूजर ने इसे लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है। वहीं कुछ लोगो ने लिखा-पुलिस में इतनी  मानवता नहीं बची है। जहां एक बेटे को इस तरह बीमार पिता को अस्पताल ले जाने को मजबूर होना पड़ा। यूजर पुलिस की इस तरह की कार्यशैली पर कई तरह के आरोप भी लगा रहे हैं।