सार

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को अग्निपथ योजना लागू करने से पहले संसद में चर्चा के साथ सेना के सेवानिवृत अधिकारियों से राय लेनी चाहिए थी। इसके बाद योजना को लागू किया जाता तो बेहतर होता।

सीकर. सेना भर्ती की अग्निपथ योजना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। दोनों ने सरकार पर योजना को युवाओं पर थौंपने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को अग्निपथ योजना लागू करने से पहले संसद में चर्चा के साथ सेना के सेवानिवृत अधिकारियों से राय लेनी चाहिए थी। इसके बाद योजना को लागू किया जाता तो बेहतर होता। जबकि डोटासरा ने कहा कि सरकार नोटबंदी और कृषि के काले कानूनों की तरह अग्निपथ योजना को देश में थोप रही है। जिसका ही नतीजा है कि देशभर में आंदोलन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सीकर जिले के नेछवा में मीडिया को संबोधित करते हुए ये बात कही। जबकि पीसीसी चीफ डोटासरा ने पूर्व  विधायक सांवरमल मोर की मूर्ति अनावरण समारोह में मंच से केंद्र सरकार को घेरते हुए ये बात कही। 

सरकार गिराने की कोशिश में गजेन्द्र सिंह मुख्य किरदार
गहलोत ने इस दौरान केंद्र जल संसाधन मंत्री गजेन्द्र सिंह को भी जमकर निशाने पर लिया। होर्स ट्रेडिंग मामले में सिंह के वॉइस सेंपल को लेकर कोर्ट के नोटिस तामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गजेन्द्र सिंह सरकार गिराने की कोशिश में मुख्य किरदार थे। जिनकी वॉइस रिकॉर्डिंग से सारा राज खुल गया है। खुद कोर्ट में  भी वे अपनी वॉइस की बात स्वीकार कर चुके हैं। लेकिन, अब सैंपल देने से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिंह का ये बयान कि 'सचिन पायलट यदि सफल हो गए होते तो ईआरपीसी नहीं अटकती' ही इस बात का प्रमाण है कि सरकार गिराने की उन्होंने पूरी कोशिश की और लोकेश शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर उल्टा चोर कोतवाल को डाटे की कहावत सिद्ध कर दी। 

पीएम मोदी करें जनता से अपील
सभा को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना, बीमा योजना, बिजली की दरों में छूट, आरजीएचएस व पुरानी पेंशन योजना सहित कई योजनाओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। साथ ही देश में विकास को रोकने  में केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि भाजपा हिंदू मुस्लिम कर देश में अशांति व तनाव का माहौल पैदा कर रही है। जिससे आम आदमी डरा हुआ है। इससे विकास भी रुक गया है। कहा कि मैंने खुद पीएम मोदी से कहा कि वे राष्ट्र को संबोधित करते हैं और देश की जनता उन्हें सुनती भी है, ऐसे में उन्हें देश में शांति कायम करने की अपील करनी चाहिए। 

हमने वसुंधरा राजे की योजना को आगे बढ़ाया
मुख्यमंत्री गहलोत ने ईआरपीसी को लेकर भी केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे की आदत सरकार बनाते ही पुरानी योजनाएं बंद करने की रही है। जबकि हम उनकी योजनाओं को भी आगे बढ़ाते हैं। ईआरपीसी योजना का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 13 जिलों की ये योजना वसुंधरा राजे सरकार की ही थी। जिसे हम आगे बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन, उनकी पार्टी के ही नेता व केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह उसमें अड़चन बन रहे हैं। महाराष्ट्र की राजनीति पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश व राजस्थान के बाद भाजपा वहां भी हॉर्स ट्रेडिंग का प्रयास कर रही है। पर पब्लिक माई बाप है। जो सब देख रही है। अग्निपथ योजना पर उन्होंने कहा कि संसद व पूर्व सैन्य अधिकारियों से परामर्श करने के बाद केंद्र सरकार ये योजना लाती तो बेहतर होता।