सार
कोरोना संक्रमण ने रिश्तों पर भी बुरा असर डाला है। इस बच्ची को जन्म देते ही मालूम चला कि मां पॉजिटिव है। लिहाजा उसे कोरोना वार्ड में भर्ती कराना पड़ा। पिता को भी ऐहतियातन क्वारेंटाइन किया गया है। ऐसे में बच्ची को संभालने वाला घर में कोई नहीं रहा, तो हॉस्पिटल की नर्से ही उसकी मां की भूमिका में आ गई। 4 दिन की यह बच्ची अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल के शिशु यूनिट में भर्ती है।
अजमेर, राजस्थान. कोरोना संक्रमण में वॉरियर्स को कई मोर्चे पर अपनी ड्यूटी करनी पड़ रही है। कुछ जगहों पर ड्यूटी से अलग सामाजिक और मानवीय दायित्व भी निभाना पड़ा रहा है। कोरोना संक्रमण ने रिश्तों पर भी बुरा असर डाला है। इस बच्ची को जन्म देते ही मालूम चला कि मां पॉजिटिव है। लिहाजा उसे कोरोना वार्ड में भर्ती कराना पड़ा। पिता को भी ऐहतियातन क्वारेंटाइन किया गया है। ऐसे में बच्ची को संभालने वाला घर में कोई नहीं रहा, तो हॉस्पिटल की नर्से ही उसकी मां की भूमिका में आ गई। 4 दिन की यह बच्ची अजमेर के जेएलएन हॉस्पिटल के शिशु यूनिट में भर्ती है।
नर्से बच्ची को नहीं होने दे रही मां की कमी
बच्ची को मां की कमी महसूस न हो, इसलिए हॉस्पिटल में ड्यूटी कर रहीं नर्सें अनीता बुंदेल, अनीता हाड़ा, लाजवंती, पुष्पा, सीमा, मुन्नी और सरिता उसके साथ मां जैसा बर्ताव कर रही हैं। बच्ची की तैयार करने से लेकर उसे दूध पिलाने आदि सभी काम नर्से कर रही हैं। बच्ची की देखभाल को देखते हुए कई स्टाफ समय से पहले ड्यूटी आ रही है।
बता दें कि जेएलएन अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में 294 मरीज भर्ती हैं। हालांकि 117 ठीक हो चुके हैं। अजमेर में गुरुवार शाम तक 23 लाख 74 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। साथी ही 8488 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं। इनमें से 245 पॉजिटिव और 6773 की रिपोर्ट निगेटिव आई है।