सार

राजस्थान के अजमेर जिले से दशहरे के दिन एक दुखद खबर सामने आ रही है। जहां विजय दशमी के दिन माता विसर्जन को गए एक ढाणी के 5 लोगों की दर्दनाक तरीके से जान चली गई। वहां सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता न होने के कारण घटना के बाद लोगों में आक्रोश था साथ परिजनों को जानकारी के बाद कोहराम मच गया।

अजमेर. विजयादशमी के दिन राजस्थान में दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां के अजमेर जिले में माता की मूर्ति विसर्जित करते समय एक ही ढाणी के 5 लोग तालाब में डूब गए। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जहां से पांचों शवों को अजमेर से नसीराबाद की मोर्चरी में रखवाया गया है। जहां से पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।

माता विसर्जन को गए थे, तभी हुआ हादसा
दरअसल नसीराबाद के नंदाजी की ढाणी के रहने वाले करीब 30 लोग नांदला तालाब में मूर्ति विसर्जन करने के लिए आए थे। करीब 10 लोग मूर्ति को तालाब में आगे की तरफ ले जाने के लिए गए तो उनमें से कुछ लोग पानी में डूबने लगे। ऐसे में पानी में मौजूद कुछ लोगों ने बचाने की भी कोशिश की। लेकिन गहराई ज्यादा होने से वह पानी में डूब गए। जिसके बाद पुलिस और गोताखोरों ने मौके पर पहुंचकर शवों को बाहर निकाला। हादसे में पुलिस और प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। क्योंकि जहां यह हादसा हुआ वहां आज मूर्ति विसर्जन को लेकर कोई भी सुरक्षा व्यवस्था या जाब्ता तैनात नहीं किया गया था। जानकारी के मुताबिक इस हादसे में पवन, राहुल, राहुल,लकी और गजेंद्र की मौत हो गई। 

जैसे ही शव पोस्टमार्टम के लिए नसीराबाद की मोर्चरी पहुंचे तो वहां ग्रामीणों और रिश्तेदारों की भारी भीड़ जमा हो गई। जिनमें से कुछ लोग अस्पताल के बाहर ही फूट-फूट कर रोने लगे। फिलहाल अभी भी यह सिलसिला जारी है। सूचना पर प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं।

आपको बता दे कि हर साल ही गणेश विसर्जन व माता विसर्जन के दौरान दर्दनाक हादसे होते है। हर साल हजारो लोगों की जान मूर्ति विसर्जन के समय डूबने के कारण होती है। कुछ दिनों पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी के समय 5 महिलाओं की जान चली गई थी। अब दुर्गा विसर्जन में 5 लोगों की जान जाने का मामला सामने आया है।

यह भी पढ़े- एयरफोर्स ऑफिसर ने स्टांप पेपर पर लिखा इमोशनल सुसाइड नोट, मां ने पढ़ा तो लाश के पास बैठकर घंटों रोई