सार

राजस्थान के बाड़मेर जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां नाग पंचमी से एक रात पहले प्रेमी और प्रेमिका ने एक ही रस्सी पर लटकर फांसी लगा ली। सुबह जैसे ही गांव के लोगों ने दोनों को लिपटे देखा तो उनके होश उड़ गए।
 

बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिले से एक दुखद खबर सामन आई है। जहां नाग पंचमी से एक रात पहले प्रेमी व प्रेमिका ने फांसी पर झूलकर आत्महत्या कर ली। साथ जी नहीं सके तो दोनों ने एक ही रस्सी का फंदा बनाकर नाग-नागिन की तरह एक दूसरे से लिपटते हुए जान दे दी। दोनों को जैसे सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव फंदे से नीचे उतरवाए। जिसके बाद सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह प्रेम प्रसंग ही माना जा रहा है।

बीती रात को की आत्महत्या
घटना बाड़मेर जिले के सिणधरी इलाके में कालबेलिया के डेरे की है। सिणधरी थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार के अनुसार सिणधरी के पास बालोतरा रोड पर कालबेलिया का डेरा है। जहां सोमवार रात को 20 वर्षीय वीरमनाथ पुत्र मांशीनाथ ने 18 वर्षीय रेशकी पुत्री तारुनाथ के साथ फांसी के फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। दोनों के शव सुबह एक ही फंदे पर लटके मिले। जिसकी सूचना परिजनों व आसपास के लोगों ने पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों के शवों को फंदे से नीचे उतारा। जिसके बाद उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहां परिजनों की मौजूदगी में दोनों का पोस्टमार्टम करवाया गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। 

लंबे समय से था अफेयर
पुलिस के मुताबिक आत्महत्या मामले की प्राथमिक जांच में मामला लव अफेयर का लग रहा है। बताया जा रहा है कि वीरमनाथ व रेशकी के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध चल रहा था। जिन्हें कई बार लोगों ने साथ देखा था संभव है कि परिजनों के डर से दोनों ने आत्महत्या  की है। फिलहाल पूरा मामला जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। कालबेलिया के डेरे में रहते थे

टेक्सी चलाता था युवक
जानकारी के अनुसार दोनों मृतक कालबेलिया समाज के हैं। जिनमें  वीरमनाथ टेक्सी चलाता था। जबकि रेशकी घर का काम करती थी। दोनों का परिवार सिणधरी से बालोतरा जाने वाले रास्ते पर अस्थाई डेरा बनाकर रहता है। उनके साथ करीब एक दर्जन अन्य परिवार भी डेरे में रहते हैं। इसी डेरे में बीती रात दोनों ने मौका पाकर एक रस्सी का फंदा बनाया और साथ जान दे दी। 

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