सार
राजस्थान के बाड़मेर जिले की पुलिस ने 5 घंटे पहले जन्मी मासूम को 10 दिन पहले सड़क में फेंकने के मामले में खोला बड़ा राज तो हर कोई रह गया सन्न। किसी ने सोचा भी नहीं होगा निकलेंगे ये लोग। पुलिस ने मासूम की मां और नानी को किया अरेस्ट।
बाड़मेर(barmer). राजस्थान के बाड़मेर इलाके में करीब 10 दिन पहले झाड़ियों में रोती बिलखती मिली 5 घंटे की नवजात बच्ची के मामले में बाड़मेर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। राजस्थान में अमूमन नवजात बच्चों के मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाती, लेकिन बाड़मेर पुलिस ने इस केस में कार्रवाई करते हुए बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने बच्ची की 17 वर्षीय मां और उसकी नानी को पकड़ा है। मां को हिरासत में लिया गया है और नानी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्लानिंग के तहत बुक की प्राइवेट कार
बाड़मेर की धोरीमन्ना पुलिस ने बताया कि अरणियाली गांव में रहने वाली 17 साल की लड़की और उसकी मां बाड़मेर से सांचौर जिले के लिए किराए की कार से जा रहे थे। 20 अक्टूबर की शाम यह लोग अपने गांव से निकले थे कार चालक भागीरथ को यह नहीं बताया गया था कि सांचौर किस काम के लिए जा रहे हैं। कार चालक को यह बताया गया था कि बेटी की तबीयत खराब है उसके इलाज के लिए सांचौर जिले में जा रहे हैं।
जन्म देने के बाद वहीं सड़क में छोड़ा
लेकिन बाड़मेर से निकलने से पहले धोरीमन्ना थाना इलाके में अचानक 17 वर्षीय किशोरी को प्रसव पीड़ा हुई। उसकी मां ने उसे कार से उतारा और पास ही झाड़ियों में ले गई। वहां उसकी डिलीवरी हुई तो बच्चे को वहीं सड़क किनारे छोड़ दिया। इस बारे में कार चालक भागीरथ को जानकारी तक नहीं दी गई । उसके बाद भी लोग सांचौर गए और सांचौर से कुछ देर बाद वापस उसी कार से बाड़मेर के लिए वापस लौट आए ।
कार नंबर से पहुंचे आरोपियों तक
कार चालक को करीब 2 हजार किराया दिया गया। पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो पता चला कि जिस जगह बच्ची मिली थी उस जगह कार करीब 1 घंटे तक खड़ी थी । कार चालक को मां और बेटी ने यह कहा था कि उन्हें जंगल में शौच के लिए जाना है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से कार के नंबर और अन्य बातों के बारे में पूछताछ की तो कुछ जानकारियां पुलिस को मिली । पुलिस कड़ी से कड़ी जोड़ती हुई कार चालक तक पहुंच गई। उसे जब हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे इस घटनाक्रम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी ।
चालक को सरकारी गवाह बना किया मां- बेटी को अरेस्ट
अब पुलिस ने कार चालक भागीरथ को सरकारी गवाह बना लिया है। उससे पूछताछ के आधार पर नवजात बच्ची की नानी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि उसकी मां को निरुद्ध कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि किशोरी को कम उम्र में गर्भवती करने वालों के खिलाफ भी केस चलाने की तैयारी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि सड़क पर मिलने वाले बच्चों के अधिकतर केसेज में पुलिस जांच पड़ताल ही नहीं करती । अधिकतर बच्चे या तो मृत पाए जाते हैं या फिर गंभीर बीमारियों से ग्रसित रहते हैं ।ऐसे में उनका इलाज कराने तक ही पुलिस कार्रवाई करती है।
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