सार

लॉकडाउन में बेबस लोगों की सरकार और प्रशासन  हर संभव मदद कर  रही है, लेकिन इस सहायता का भी कुछ लोग गलत फायदा उठा रहे हैं। 

अजमेर, राजस्थान. कोरोना लॉकडाउन के दौरान बेबस लोगों की परेशानियां कम नहीं हो रही है। कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। सरकार और प्रशासन भी जरूरतमंद  तक हर संभव मदद पहुंचा रहा  है, लेकिन इसका भी कुछ लोग गलत फायदा उठा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला राजस्थान के अजमेर से सामने आया। यहां खानपुरा के रहने वाले चांद मोहम्मद ने कंट्रोल रूम पर फोन करके भोजन के लिए सहायता मांगी थी।  इसे प्रशासन ने गंभीरता से लिया और खानपुरा के रसद विभाग के अधिकारी तुरंत सूखी राशन सामग्री एवं तैयार भोजन के पैकेट लेकर गए। घर पर सप्लाई के दौरान जांच में पाया गया कि उसके घर महीने भर का राशन पहले से मौजूद मिला।

कंट्रोल रूम में फोन किया और कहा कि भूख से मर रहा हूं
खानपुरा के चांद मोहम्मद ने शुक्रवार को जिलास्तरीय कंट्रोल रूम पर फोन करके भोजन के लिए सहायता मांगी थी। चांद मोहम्मद ने फिर फोन करके कहा कि मैं भूख से मर रहा हूं, मेरे मरने के बाद सहायता पहुंचेगी क्या? इसे प्रशासन ने गंभीरता से लिया और खानपुरा के रसद विभाग के अधिकारी तुरंत सूखी राशन सामग्री एवं तैयार भोजन के पैकेट लेकर गए।

घर में सुख -सुविधा के सारे साधन मौजूद मिले
जिला प्रशासन के अनुसार जरूरतमंद के लिए  प्रयास कर रही है। जरूरतमंद तक सामग्री पहुंचने के दौरान व्यक्ति की आवश्यकताओं की जांच की जाती है। लेकिन जांच करने पर चांद मोहम्मद घर में मोटरसाइकल, गैस कनेक्शन, फ्रिज, कूलर जैसी उपभोक्ता वस्तुओं के होने से सम्पन्न नजर आया। फ्रिज में चिकन और घर में महीने भर का राशन पहले ही रखा हुआ था। 
अब इसके खिलाफ इस सुविधा का नाजायज फायदा उठाने की बात सामने आने पर जिला प्रशासन ने अब कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। 

भारत में कोरोना की स्थिति
देश के 28 राज्यों और 4 केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 7600 हो गई है। जबकि अब तक 249 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को देश में कोरोना के 871 केस सामने आए हैं। जबकि 22 लोगों की जान गई है। शुक्रवार को महाराष्ट्र में सबसे अधिक 210 केस सामने आए हैं। जबकि 13 लोगों ने दम तोड़ा है। ये आंकड़े covid19india.org के मुताबिक हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या देश में कोरोना के कुल 6421 संक्रमित मरीज हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताय कि अभी तक 503 लोग ठीक हो चुके हैं।