सार
कांग्रेस की भारत जोड़ यात्रा का राजस्थान में 10वां दिन है। राहुल गांधी आज दौसा शहर में एंट्री करने वाले हैं। लेकिन एंट्री से पहले सड़कों पर जगह-जगह राहुल गो बैक के नारे लगे हैं। जिसको लेकर अशोक गहलोत सरकार से लेकर पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
दौसा. राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा का आज दसवां दिन है। इन 10 दिनों के अंदर 3 से 4 शहरों को राहुल गांधी और उनकी यात्रा ने कवर किया है । लेकिन राजस्थान में ऐसा कोई भी दिन नहीं गया जिस दिन किसी ना किसी तरह का विवाद ना हुआ हो अब । दौसा शहर में यात्रा शाम 7:00 बजे पहले एंट्री करने वाली है। सबसे ज्यादा अगर किसी शहर से परेशानी है तो वह दोसा है। पुलिस प्रशासन के साथ ही कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता डरे हुए हैं कि दौसा में सब कुछ सही हो....। उधर राहुल गांधी ने पहले ही तय कर लिया है कि वे दौसा में सबसे ज्यादा दिन रहेंगे और कई बड़े कार्यक्रमों में शामिल होंगे ।
दौसा में राहुल गांधी की एंट्री नहीं आसान...
दरअसल दौसा शहर सांसद किरोडी लाल मीणा का शहर है और किरोड़ी लाल मीणा हमेशा अशोक गहलोत सरकार की खिंचाई करते रहते है । संभवत यही कारण है कि दोसा शहर में एंट्री से पहले ही विवाद शुरू हो गए हैं। दरअसल दौसा में आज एंट्री से पहले शहर में कई जगहों पर अज्ञात लोगों ने राहुल गांधी गो बैक के पोस्टर और नारे लिखे हैं। इनमें जितेंद्र मेघवाल, कार्तिक भील, इंद्र कुमार मेघवाल और ओमप्रकाश रेगर को न्याय दिलाने की बात लिखी गई है। जिन लोगों के नाम दीवारों पर और पोस्टरों में लिखे गए हैं वे तमाम लोग दलित हैं और सभी की मौत हो चुकी है ।इन चारों की मौत के बाद राजस्थान में बवाल की स्थिति हुई थी, भीम आर्मी का भी राजस्थान में दखल हुआ था।
राहुल की एंट्री पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप
अब राहुल गांधी के दौसा शहर में एंट्री करने के बाद इस तरह के नारे लिखने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि शहर में जिस रूट से राहुल गांधी गुजरने वाले हैं उस रूट पर बहुत सी जगह पर इस तरह के पोस्टर और नारे लिखे गए हैं। बताया जा रहा है कि यह तमाम नारे भीम आर्मी की ओर से लिखे गए हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन या किसी भी कांग्रेसी नेता ने फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं की है।
कई आईएएस और कई आपीएएस अफसर तैनात
अब सबसे बड़ा सवाल जो प्रशासन की नजर में है वह यह है कि पूरे शहर को चकाचक करने के बाद अब शहर को बदरंग और भावनाएं भड़काने वाले नारे कौन लिख रहा है...। सीसीटीवी और अन्य माध्यमों से उन लोगों की तलाश दौसा पुलिस के साथ ही राहुल गांधी के साथ चल रहे राजस्थान के आईपीएस, आरपीएस और अन्य अफसर भी कर रहे हैं । बताया यह भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक इन तमाम बातों को पहुंचाया जा चुका है ।
सचिन पायलट का शहर है दौसा...
उधर दौसा शहर सचिन पायलट का शहर है और इस शहर में अगर यात्रा में कुछ भी परेशानी होती है तो इसका सीधा प्रभाव सचिन पायलट की साख पर पड़ सकता है। सचिन पायलट और गहलोत खेमे में बिल्कुल भी नहीं बनती है यह सर्वविदित है। फिलहाल यात्रा तीन से चार दिन दौसा शहर में रहने वाली है और इस दौरान और भी कई बड़ी खबरें सामने आ सकती हैं।