सार

राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एक दर्दनाक हादसा होते होते बचा। दरअसल यहां आंगनवाड़ी केंद्र की बिल्डिंग के छत का एक हिस्सा उस समय गिर पड़ा जब वहां 10 मासूम और आशा कार्यकर्ता अपना अपना काम कर रहे थे। गनीमत ये रही की किसी को कोई नुकसान नही हुआ।

डूंगरपुर(dungarpur). राजस्थान के डूंगरपुर जिले के दोवडा थाना क्षेत्र के हथाई गांव में उस वक्त हड़कम्प मच गया जब एक आंगनबाड़ी केंद्र की छत की पट्टी नीचे गिर गई। बता दें कि जर्जर हो चुके आंगनबाड़ी केंद्र की छत की पट्टी जिस समय गिरी उस वक्त केंद्र में 10 बच्चे व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी और सहायिका मौजूद थीं। गनीमत यह रही कि छत की पट्टी जहां गिरी वहां पर बच्चे नहीं बैठे हुए थे। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था और बड़ा हादसा टल गया। किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है। हालाकि घटना के बाद से वहां मौजूद लोग सदमें में जरूर है। 

सब अपने काम में लगे थे, तभी भरभराकर गिरी छत
वहीं इस पूरे मामले को लेकर हथाई पंचायत के सरपंच विजयपाल ने बताया कि गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में सुबह करीब 10 बच्चे व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा पाटीदार, आशा सहयोगिनी भानुमती वैष्णव और सहायिका तारा देवी मौजूद थीं.आंगनबाड़ी कार्मिक अपने-अपने काम में लगी थीं और बच्चे पोषाहार खा रहे थे. इसी दौरान कमरे की छत की पट्टी अचानक गिर गई। पट्टी गिरते ही आंगनबाड़ी केंद्र में मौजूद बच्चे व कार्यकर्ता डर गए। और वहां से निकल कर बाहर की और भागे।  गनीमत रही जिस हिस्से में बच्चे बैठे थे उस हिस्से में पट्टी न गिरकर अन्य हिस्से में गिरी वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

जर्जर आंगनवाड़ी की जानकारी सरपंच को दी
हादसे के बाद आंगनबाड़ी कार्मिको ने सरपंच विजयपाल अहारी पीइओ पंकज वर्मा को सूचना दी और इनकी सूचना पर सरपंच व पीईओ ने आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। सरपंच विजय पाल का कहना है कि आंगनवाड़ी पूर्णत खंडार अवस्था में है, केंद्र में 63 बच्चे नामंकित है, तो वहीं गर्भवती महिलाए भी आती हैं। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा होने की संभावना बनी रहती है। जल्द ही इसके रिडेवेलपेंट की व्यवस्था की जाएगी।

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