सार
राजस्थान में भी हिजाब को लेकर विरोध शुरू हो चुका है। इतना ही हीं इस मामले पर प्रदेश के प्रशासन ने पुलिस के 2 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। बताया जाता है कि उन्होंने हिजाब से जुड़ी आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर कर दी थी।
जयपुर (राजस्थान). कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब पर बैन करने का मामला विवाद अब अन्य राज्यों में तूल पकड़ने लगा है। मुस्लिम छात्राएं और महिलाएं इसका विरोध-प्रदर्शन करते हुए सड़क पर उतर चुकी हैं। राजस्थान में भी इसका विरोध शुरू हो चुका है। इसी बीच राजस्थान पुलिस के 2 कर्मचारियों ने हिजाब से जुड़ी आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर कर दी। जिसका अंजाम यह हुआ कि प्रशासन ने मामले पर कार्रवाई करते हुए दोनों को सस्पेंड कर दिया है।
जीरो टॉलरेंस अपनाते हुए तत्काल कार्रवाई
दरअसल, राजस्थान पुलिस विभाग ने जिन दो 2 कर्मचारियों को सस्पेंड किया है, उनके नाम ASI सतवीर सिंह और कांस्टेबल रमेश हैं। जो राजधानी जयपुर में तैना थे। लेकिन अब उनके खिलाफ हिजाब को लेकर मामला दर्ज हो चुका है। वहीं अधिकारियों ने इस बारे में कहा- इस तरह के मामलों में जीरो टॉलरेंस अपनाते हुए तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
जयपुर भी पहुंचा हिजाब विवाद
वहीं शुक्रवार को जयपुर के चाकसू में कुछ छात्राएं कस्तूरी देवी कॉलेज में हिजाब और बुर्का पहनकर पहुंचीं थीं। लेकिन इन छात्राओं को देख प्रबंधन ने कॉलेज यूनिफॉर्म पहनकर आने को कहा। इसको लेकर छात्राएं नाराज हो गईं और विरोध शुरू कर दिया। अब बताया जा रहा है कि हिजाब को लेकर उठा विवाद स्कूल संचालक और मुस्लिम समाज के लोगों ने सुलझा लिया है। जिसके मुताबिक-अब से लड़कियां हिजाब में आ सकती हैं। लेकिन इसके बाद भी उन्हें हिजाब उतारकर स्कूल ड्रेस में ही क्लास में जाना होगा।
स्कूल प्रबंधन ने कहा-हिजाब एक सोची समझी रणनीति
हिजाब पहनकर स्कूल-कॉलेज आने को लेकर कस्तूरी देवी स्कूल प्रबंधन का मानना है कि हिजाब विवाद एक सोची समझी रणनीति के तहत हो रहा है। क्योंकि पहले लड़कियां इतनी संख्या में हिजाब पहनकर स्कूल नहीं आती थीं, लेकिन अचानक ही इन छत्राओं ने हिजाब पहनकर स्कूल आना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं जब इनको मना किया तो उन्होंने अपने परिजनों सो स्कूल बुला लिया। जिसके बाद वह विवाद करने लगे। हिजाब वाली लड़कियों ने इसे लेकर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी कर दिया। जिसके बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं इकट्ठा हुईं थी।