सार

राजधानी जयपुर से जो एक महिला की नृशंस हत्या का मामला सामने आया है उसने पुलिस तक के रोंगटे खड़े कर दिए। कैसे एक सगे भतीजे ने अपनी चाची की हत्या कर उनके शव के 10 टुकड़े कर दिए। इतना ही नहीं लाश को ठिकाने लगाने के लिए वह कार में रख तीन दिन तक घूमता रहा।

जयपुर. 62 साल की ताई सरोज शर्मा अपने भतीजे अनुज शर्मा से स्नेह करती थी।  वह अनुज को अपने बेटे की तरह मानती थी , लेकिन अनुज के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था।  उसने ताई को टुकड़े-टुकड़े कर दिया और लाश को ठिकाने लगा दिया।  लेकिन वह सिर को ठिकाने नहीं लगा सका । 3 दिन तक ताई का सर गाड़ी में रख कर रहे जयपुर शहर में घूमता रहा । उसके बाद मौका देखकर उसने एक सुनसान जगह पर ताई का सिर गाड दिया।  इस हत्याकांड का खुलासा कुछ देर पहले ही जयपुर शहर की नॉर्थ पुलिस ने किया है ।

लाश के टुकड़े-टुकड़े कर ब्रीफकेस में भर दिए
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख का कहना है कि विद्याधर नगर थाने का यह केस है।   इस तरह के चुनिंदा केस ही किसी पुलिस अफसर की ड्यूटी काल में सामने आते हैं।  विद्याधर नगर पुलिस ने बताया कि धर्म-कर्म में और पूजा पाठ में विश्वास करने वाले अनुज शर्मा ने अपनी ताई सरोज शर्मा की इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसकी ताई उसे बात बात पर टोकती थी।  पुलिस ने बताया की अनुज ने टुकड़े टुकड़े करके लाश को एक ब्रीफकेस में भर दिया। 

3 दिन तक लाश को ठिकाने लगाने के लिए घूमता रहा
 इस पूरे घटनाक्रम की जांच करने वाली पुलिस अफसर मैंने कहा कि यह शॉकिंग है। कोई व्यक्ति लाश के साथ कैसे समय गुजार सकता है । पुलिस ने बताया कि 11 दिसंबर को ताई से विवाद हुआ था और उसी दिन ताई सरोज शर्मा की अनुज ने हत्या कर दी थी । उसके बाद 12। 13 और 14.....  3 दिन तक लाश को ठिकाने लगाने के लिए घूमता रहा । लेकिन उसे उपयुक्त जगह नहीं मिली । ऐसे में उसने लाश के कुछ टुकड़े तो ठिकाने लगा दिया लेकिन सरोज शर्मा का सिर वह नहीं फेंक सका।

दिन में कार में लेकर घूमता और रात को अपने बेड के नजदीक रखता
 सिर को ब्रीफकेस में रखकर वह अपने कमरे में रखता और बेड के पास रख कर सोता ताकि किसी को शक ना हो । आखिर तीसरे दिन उसने सिर को भी ठिकाने लगा दिया।  पुलिस ने बताया कि अनुज शर्मा का बॉडी स्ट्रक्चर देख कर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता कि सामान्य से दिखने वाले इस धार्मिक प्रवृत्ति के लड़के ने राजस्थान के गंभीर दम हत्याओं में से एक हत्या की है ।

मां की तरह मानता और उन्हीं को मार डाला
सरोज शर्मा की बेटी पूजा और मोनिका ने पुलिस को बताया कि अनुज ऐसा कर सकता है कोई सोच भी नहीं सकता था।  कोरोना वायरस से  उसकी मां की मौत हो गई थी।  ऐसे में वह ताई को ही अपनी मां का दर्जा देता था । क्या कोई अपनी मां को इस तरह से मार सकता है । जिस दिन सरोज शर्मा की हत्या की गई उस दिन अनुज के पिता और परिवार के कुछ अन्य लोग अनुज की बहन के लिए इंदौर में लड़का देखने गए थे।  वहां से दो-तीन दिन बाद लौटे । जब तक अनुज लाश को ठिकाने लगा रहा था।

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