सार
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, लेकिन यहीं पर भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री को लेकर सबसे ज्यादा टेंश में है गहलोत सरकार, क्योंकि गुर्जर नेताओं ने मांगे नहीं मानने पर चेतावनी दी है कि अगर बात पूरी नहीं की गई तो राहुल गांधी राजस्थान में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 5 दिसंबर को प्रवेश करने जा रही है। यात्रा को लेकर जहां कांग्रेस पार्टी में उत्साह है। वही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी नेताओं को इस यात्रा का विरोध होने की चिंता लगातार खाए जा रही है। क्योंकि राजस्थान में गुर्जर समाज के लोगों ने मांगे पूरी नहीं होने पर राजस्थान में इसका विरोध करने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद मंगलवार को बिजली विभाग के गेस्ट में मंत्री अवाना और अशोक चांदना ने करीब 7 घंटे तक बंद कमरे में गुर्जर समाज के नेताओं से बातचीत की। लेकिन बातचीत का कोई भी हल नहीं निकल पाया है।
'सरकार से लिखित में मांग रहे, तब ही मानेंगे'
अब आज एक बार फिर गुर्जर समाज के प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया गया है। लेकिन गुर्जर नेताओं का कहना है कि सरकार उनकी मुख्य मांगें मानने को तैयार ही नहीं है। ऐसे में वह अपनी बात को लेकर सहमत क्यों हो। गुर्जर नेताओं का कहना है कि उनके लिए अभी भी इस बातचीत का रिजल्ट शून्य ही आ रहा है। गुर्जर आरक्षण समिति के अध्यक्ष विजय सिंह बैंसला का कहना है कि कुछ बिंदुओं पर सहमति बनी है। लेकिन अभी तक ऐसे बिंदु तो बाकी रह गए हैं जो हमारी मुख्य मांगे हैं जब तक इन पर सुनवाई नहीं होती है तब तक हम सहमत नहीं होंगे। सरकार हमारी मांगे माने और हमें यह लिखित में दे तब जाकर हम सहमत होंगे। और यदि हम सहमत होते हैं तो राहुल गांधी को आमेर से हाथी बुलाकर उसमें बिठवाएंगे और उनका स्वागत करेंगे।
मांग पूरी नहीं तो भारत जोड़ो यात्रा की राजस्थान में नो एंट्री
आपको बता दें कि राजस्थान में गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज के लोगों ने आंदोलन किया था। इस दौरान कई लोगों पर मुकदमा दर्ज किए गए। इन मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर और गुर्जर समाज के छात्र छात्राओं को स्कॉलरशिप प्रदान करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर विजय सिंह बैंसला के नेतृत्व में गुर्जर समाज के लोगों ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का विरोध करने की बात कही थी। विजय सिंह बैंसला ने तो यहां तक कहा था कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा को राजस्थान में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। फिर चाहे वह अपना रूट ही क्यों न बदल ले । राजस्थान में करीब 75 से ज्यादा गुर्जर बाहुल्य विधानसभा है इनमें किसी से भी 12 जोड़ों यात्रा आए उसे आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा।
गहलोत सरकार के लिए मुसीबत बनते जा रहे गुर्जर
वही राजनीति के जानकारों की माने तो कॉन्ग्रेस सरकार आज गुर्जर समाज के लोगों से बातचीत कर उन्हें यात्रा के राजस्थान में रहने तक का आश्वासन देगी। इसके बाद गुर्जर समाज के लोगों की मांगों पर वापस वार्ता शुरू होगी। लेकिन देखना होगा कि गुर्जर समाज का प्रतिनिधिमंडल तब तक इंतजार करता है या नहीं। वहीं यदि भारत जोड़ो यात्रा को देखते हुए सरकार गुर्जर समाज के लोगों की मांग को मानती है तो विपक्ष इस मुद्दे पर लगातार कांग्रेस को घेरेगा।