सार
राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा में पूर्व उप सीएम सचिन पायलट के द्वारा दोनो नेताओं के साथ कदमताल की तस्वीरों ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे है। क्या सच में लागू हो सकता है सचिन पायलट प्रोजेक्ट।
जयपुर (jaipur). राजस्थान के कांग्रेस नेताओं में प्रदेश में भारत जोड़ा यात्रा आने से पहले राहुल गांधी और प्रियंका गाधी से मिलने के लिए होड़ मची हुई है। कई दिग्गज नेता ये कोरम पूरा कर चुके हैं। खुद सीएम अशोक गहलोत भी कई बार इस यात्रा में हो आए हैं। अब भारत जोड़ो यात्रा में जाने की सचिन पायलट की तस्वीर सामने आई। राजस्थान में एंट्री से दस दिन पहले सचिन पायलट इस यात्रा में शामिल हो आए हैं। वे राहुल गांधी से मुलाकात कर वापस लौट आए हैं। इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
प्रदेश में एंट्री से पहले मिलने पहुंचे सचिन पायलट
दरअसल एमपी के कई जिलों से यह यात्रा निकलती हुई राजस्थान की ओर बढ़ रही है। लेकिन इस यात्रा के राजस्थान आने से पहले सचिन पायलेट प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के साथ एमपी में ही कदमताल कर आए हैं। दोनो बड़े नेताओं के साथ मुलाकात करने के साथ ही उन्होनें राजस्थान की राजनीति को लेकर अपना पक्ष रखा है। राजस्थान में सीएम की कुर्सी का किस्सा चल रहा है। इस पर अशोक गहलोत विराजमान हैं। लेकिन कुर्सी पर सचिन पायलेट काबिज होना चाहते हैं। यही कारण है कि आए दिन उनसे जुड़े हुए विधायक और नेता इसे लेकर अपने अपन बयान देते हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक में हो बवाल हुआ था इस बवाल के बाद भी सीएम अशोक गहलोत का कुछ नहीं बिगड़ा हैं। आलाकमान ने तीन कांग्रेसी नेताओं को जरुर नोटिए दिए हैं लेकिन उस पर भी कार्रवाई नहीं है। इस बीच अजय मकान ने भी अपने राजस्थान प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर पायलेट गुट चाहता है कि उन्हें सीएम बना दिया जाए और गहलोत गुट के नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अब इन्हीं सब कशमकश के बीच राहुल गांधी राजस्थान आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस बार कुछ न कुछ बड़ा होना वाला है.......।