सार
जयपुर के चोमू थाना क्षेत्र में स्थित एक मेडिकल आयुष कॉलेज में एक थर्ड ईयर में पढ़ने वाली एक लड़की की हत्या हो गई। ये हत्या किसी अपराधी ने नहीं बल्कि उसकी सहेलियों और कॉलेज के कुछ लड़कों ने की है। ये लोग उससे गंदा काम करवाना चाहते थे। उसने मना किया तो उसे मार दिया।
जयपुर. राजस्थान के जयपुर में स्थित आयुष मेडिकल कॉलेज में थर्ड ईयर में पढ़ने वाली लक्ष्मी की हत्या के केस में पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के तहत आने वाले चौमू थाने की पुलिस ने यह केस दर्ज किया है । लक्ष्मी की मां सुमन ने 9 लड़कियों और 9 लड़कों के खिलाफ नामजद हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। सीकर के रहने वाले इस परिवार के सपने जयपुर जिले में तबाह हो गए हैं । सुमन ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बेटी को डॉक्टर बनते हुए देखना चाहती थी लेकिन अपने ही हाथों से बेटी का अंतिम संस्कार करना पड़ गया ।जिन लोगों ने भी यह सब किया है, अगर उन्हें सख्त सजा नहीं मिलेगी तो वे लोग आगे जाएंगे और अन्य माध्यमों से न्याय की गुहार करेंगे ।
ड्रग्स और सेक्स पार्टी से पहले सहेलियों से हुआ था विवाद
उधर इस पूरे मामले में दर्ज f.i.r. के आधार पर चौमू पुलिस का कहना है कि जिन लड़कियों और लड़कों पर केस दर्ज कराया गया है वे सभी लक्ष्मी के साथ पढ़ने वाले काम करने वाले और अन्य लोग हैं । उन सभी से बड़े स्तर पर जांच पड़ताल की तैयारी की जा रही है। एफआईआर के आधार पर चौमू पुलिस ने बताया कि ड्रग्स लेने और सेक्स पार्टी में जाने के लिए लक्ष्मी का अपनी सहेलियों के साथ झगड़ा भी हुआ था । इस झगड़े के दौरान उसके हाथ की घड़ी भी टूट गई थी ,उसकी सहेलियां जबरदस्ती उसे अपने साथ ले जाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन वह नहीं मानी । f.i.r. में मां ने दिखाया की बेटी ने मना किया तो उसकी हत्या कर दी गई । मां सुमन ने पुलिस को बताया कि 11 अप्रैल को घर पर फोन गया था और फोन कर किसी ने धमकाया था। इस पर लक्ष्मी के भाई ने सामने वाले को दोबारा फोन नहीं करने की चेतावनी दी थी।। उसके कुछ समय बाद ही लक्ष्मी का फोन भाई के पास गया था और लक्ष्मी ने कहा था कि वह किसी को भी नहीं धमकाए , नहीं तो उसके साथ यहां बुरा हो सकता है ।
मां से कहा-घर आने चाहूती हूं...लेकिन हो गई मौत
उसके कुछ दिन बाद यानी 17 अप्रैल को लक्ष्मी की ही किसी सहेली के नंबर से लक्ष्मी के पास फोन गया और उसे जान से मारने की धमकी दी गई । यह सब बातें लक्ष्मी ने अपनी मां को बताई और उसने कहा कि वह 17 तारीख को ही जयपुर से सीकर अपने घर आना चाहती है । लेकिन सुनियोजित साजिश कर उसे रोक लिया गया और 19 तारीख को प्रैक्टिकल होने का बहाना बना लिया गया । 19 को जब वह परिवार से बात कर सीकर जाने के लिए निकल ही रही थी तो कुछ समय के बाद ही उसकी मौत हो जाने की सूचना घर पहुंची । परिवार का आरोप है कि सिर्फ आधा घंटे में ही सब कुछ हो गया और बेटी अस्पताल में मृत हालत में मिली।
कॉलेज में मचा है...19 लोगों पर दर्ज एफआईआर
इस पूरे घटनाक्रम के बाद से कॉलेज में बवाल मचा हुआ है जिन 19 लोगों के नाम एफआईआर में दर्ज हैं उनमें से कुछ तो अपने घर जा चुके हैं । कॉलेज के प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहे हैं । पुलिस सभी पहलुओं की जांच पड़ताल कर रही है।