सार
राजस्थान के झुंझुनूं शहर से शॉकिंग मामला सामने आया है। प्रदेश में चाइनीज डोर के चलते एक बुजुर्ग आधा चेहरा कट गया। पीड़ित को हड्डी तक चोट लगी। इलाज के बाद बुजुर्ग के फेस पर 30 टांके आए। राज्य में 15 दिन में 5 लोगों को गहरे घाव दे चुका है मौत का मांझा।
झुंझुनू (jhunjhunu). राजस्थान के झुंझुनू शहर के नवलगढ़ इलाके में अब मौत के मांझे ने कहर बरपाया है। करीब 60 वर्षीय एक बुजुर्ग का चेहरा लगभग आधा मौत के इस मांझे ने काट दिया है। मौत का मांझा यानी चाइनीज मांझे से कटने के कारण बुजुर्गों के चेहरे पर 30 से ज्यादा टांके आए हैं। खून से लथपथ चेहरा लेकर जब वो अस्पताल पहुंचे तो उनकी हालत देख डॉक्टर भी दंग रह गए। बाद में उनका उपचार किया गया।
कहर बरपा रहा मौत का मांझा
बुजुर्ग की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। लेकिन मांझे के कारण चेहरे की हड्डी तक चोटिल हो गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम के बावजूद भी किसी तरह का केस दर्ज नहीं किया गया है (rajasthan news)। स्थानीय लोगों ने बताया कि महावीर प्रसाद बुधवार शाम नवलगढ़ इलाके से होते हुए डेयरी पर दूध लेने जा रहे थे। इस दौरान तार से लटकता हुआ मांझा उन्हें नहीं दिखा। महावीर प्रसाद ने सर्दी से बचने के लिए पहले मंकी कैप लगा रखी थी और उसके ऊपर मफलर को तीन बार घुमा रखा था, लेकिन यह सब भी चेहरा बचाने में काम नहीं आया।
तार से लटकता हुआ मांझा, काट दिया बुजुर्ग का फेस
तार से लटकता हुआ मांझा महावीर प्रसाद के चेहरे पर खिंच गया। चेहरे में करीब 5 इंच का गड्ढा हो गया। इस दौरान नाक के नीचे से लेकर पूरा गाल को चीरते हुए कान के पास तक मांझे की डोर चली गई । अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद महावीर प्रसाद ने बाइक रोकी तो पूरी बाइक पर खून ही खून फैल गया। लोगों ने तुरंत उनकी मदद की और उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया । वहां पर चिकित्सको ने घाव साफ किया और उसके बाद चेहरे पर 30 से ज्यादा टांके लगाए।
उल्लेखनीय है कि 15 दिन के भीतर जयपुर, सीकर और झुंझुनूं जिले में चाइनीज़ मांझे से कटकर 5 लोग घायल हो चुके हैं। इनमें से तीन के गले पर टांके आए हैं। जबकि दो अन्य के चेहरे पर गंभीर घाव हुए हैं। यही कारण है कि राजस्थान सरकार ने पूरे राजस्थान में सवेरे 6:00 बजे से 8:00 बजे तक और शाम को 5:00 से 7:00 बजे तक पतंगबाजी पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है, लेकिन उसके बावजूद भी पतंगबाजी बदस्तूर जारी है।