सार
कोटा डॉन और हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर का परिवार वालों ने पैतृक गांव बोराबास में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान देवा को अंतिम विदाई देने के लिए दूर से दूर से हजारों लोगों की भीड़ पहुंची थी। लोगों की संख्या देख पुलिस भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा। कई अफसरों की मौजूदगी में देवा की चिता को आग दी गई।
जयपुर/कोटा. देवा गुर्जर हत्याकांड को लेकर अब बड़ी खबर सामने आई है। पुलिस आज इस मामले में कुछ खुलासा कर सकती है। पुलिस के अनुसार हत्याकांड में करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग शामिल थे जिनमें से 8 की पहचान कर ली गई है। वहीं कुछ को हिरासत में लेने की जानकारी भी सामने आ रही हैं। उधर पुलिस ने मंगलवार शाम परिजनों की 5 मागों पर सहमति दी है। उसके बाद परिजनों ने शव उठाया है और शव का अंतिम संस्कार किया गया है। देवा गुर्जर की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए इतनी लोग आए कि उनके लिए पुलिस का जाब्ता लगाना पड गया। जब शव को अग्नि के हवाले कर दिया गया तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली।
खास दोस्त बताया जा रहा हत्यारा, हांलाकि पुलिस ने नहीं किया अभी खुलासा
चर्चा है कि देवा गुर्जर का खास दोस्त और परिवार के बेहद ही नजदीकी ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर ठिकाने लगाया था। पुलिस का मानना है कि इस हत्याकांड में 13 से 14 लोग शामिल हैं। जिनमें से पहचान कर ली गई है। कुछ अभी भी फरार चल रहे हैं। उधर इस हत्याकांड के बाद हुए बवाल एवं आगजनी की घटनाओं के चलते पुलिस ने तीस से भ्ज्ञी ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया है। उनको गिरफ्तार करने के लिए अलग से तैयारी की जा रही है।
अंतिम विदाई में इतनी भीड़ की पुलिस बुलानी पड गई एसपी को
उधर देवा की मौत के बाद शाम को जब परिजनों ने शव उठाया और उसके बाद गांव में अंतिम संस्कार किया गया तो वहां पर देवा के शव से पहले ही इतनी भीड़ पहुंच गई कि एसपी कोटा को पुलिस लगानी पड गई। अचानक इतने लोगों के जमा होने के बारे में पुलिस के पास भी कोई जानकारी नहीं थी। भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी। बाद में जब परिजन और रिश्तेदार देवा को अग्नि के हवाले कर घर चले गए तो धीरे धीरे भीड़ भी छंट गई। तब जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली।