सार
प्रत्यशदर्शियी रिजवान का कहना है सुबह तेज धमकों की आवाज के साथ आंख खुली। हम मौके पर पहुंचे सभी ने मिलकर गैस सिलेंडर निकालना शुरू किया। यदि सिलेंडरों तक आग पहुंच जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था।सुबह मौके पर पहुंचने के बाद सबसे पहले गैस सिलेंडर को हटाया। गोदाम में 700 से ज्यादा सिलेंडर थे। आग से गर्म हो चुके सिलेंडर हटाने के बाद एक जगह इकठ्ठा किया।
जयपुर। जलमहल के सामने गुजरघाटी बेनीवाल बाग में बनी केमिकल फैक्ट्री में रविवार सुबह भीषण आग लग गई। केमिकल से भरे ड्रमों में हुए धमाकों से लोगों की नींद खुली। भीषण आग से उठा धुंआ कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दिया। फैक्ट्री के पास ही गैस सिलेंडर गोदाम होने से लोगों में दहशत के साथ हडकंप मच गया। आग की सूचना पर ब्रह्मपुरी थाना पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। स्थानीय युवाओं ने गोदाम से गैस सिलेंडरों को बाहर निकालकर दूर किया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। फायर बिग्रेड की 15 गाड़ियों ने 100 फेरे लगाकर 6 घंटे में आग पर काबू पाया। आग की चपेट में आने से तीन घरों की दीवारों में भी दरार आई है
मुख्य अग्निशमन अधिकारी (हेरिटेज) देवेन्द्र मीना ने बताया कि गुर्जर घाटी के वार्ड नंबर-11 में केमिकल फैक्ट्री है। फैक्ट्री में पेंट बनाने और स्टोरेज का काम होता है। रविवार सुबह करीब 5.15 बजे अचानक केमिकल फैक्ट्री में आग लग गई। केमिकल के ड्रमों में विस्फोट की आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर आ गए। पेंट और केमिकल के आग पकड़ने से देखते ही देखते कुछ ही देर में आग ने पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग को लगे देखकर लोगों में दहशत फैल गई। आग का धुंआ कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दिया। आग की सूचना पर ब्रह्मपुरी थाना पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। फायर बिग्रेड की 15 गाड़ियों ने कई फैरे लगाकर आग पर काबू पाया। आग बुझाने के लिए कैमिकल फॉम का उपयोग किया गया। फैक्ट्री के आस—पास के घरों को भी खाली करवा दिया।
गैस सिलेंडर गोदाम से हड़कंप
फैक्टी से लगते हुए एचपी गैस एजेंसी का गोदाम है। जहां पर सिलेंडर होने से हड़कंप मच गया। मौके पर जमा लोगों ने गैस गोदाम में रखे सिलेंडरों को बाहर निकालकर आग से दूर किया। सिलेंडर आग की तपन से गर्म होने लगे थे ऐसे में उन पर भी फायर बिग्रेड की गाड़ी से पानी डाला ताकि किसी तरह का हादसा नहीं हो।
क्षेत्र में और कई फैक्ट्री
क्षेत्र में हादसे वाली फैक्ट्री के अलावा एक ओर केमिकल फैक्ट्री है। इसके अलावा भी कई गोदाम बने हुए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार इनमें बड़ी मात्रा में ज्वलनशील पदार्थ रखा गया है। देर रात तक केमिकल से भरे टैंकर खाली होते हैं।
बह गया आग का दरिया
आग लगने की वजह से केमिकल नालियों में बहने लगा। करीब दो सो मीटर दूर बने घर में नाली से बहकर ज्वलनशील केमिकल पहुंच गया। इससे पानी टंकी सहित अन्य सामान जल गया।
प्रत्यशदर्शियी रिजवान का कहना है सुबह तेज धमकों की आवाज के साथ आंख खुली। हम मौके पर पहुंचे सभी ने मिलकर गैस सिलेंडर निकालना शुरू किया। यदि सिलेंडरों तक आग पहुंच जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था।सुबह मौके पर पहुंचने के बाद सबसे पहले गैस सिलेंडर को हटाया। गोदाम में 700 से ज्यादा सिलेंडर थे। आग से गर्म हो चुके सिलेंडर हटाने के बाद एक जगह इकठ्ठा किया।