सार
केंद्र सरकार की सेना में नई भर्ती स्कीम अग्निपथ के खिलाफ युवा पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया तो सड़क से रेलवे ट्रैक तक जाम रहा। हर तरह विरोध-प्रदर्शन, नारेबाजी और पथराव ही दिखाई पड़ रहा है। चार दिन से चल रहे प्रदर्शन के दौरान देश भर में अब तक तीन सौ से भी ज्यादा ट्रेने कई राज्यों में रद्द की जा चुकी है। बिहार, दिल्ली और हरियाणा में हालात बेहद खराब हैं।
जयपुर. देश में बवाल मचा हुआ है अग्निपथ योजना के नाम पर....। सरकारी सम्पत्ति को फंूंका जा रहा है और रेलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। चार दिन से चल रहे प्रदर्शन के दौरान देश भर में अब तक तीन सौ से भी ज्यादा ट्रेने कई राज्यों मंे रद्द की जा चुकी है। बिहार, दिल्ली और हरियाणा में हालात बेहद खराब हैं। ऐसे में अब राजस्थान में भी ट्रेनों के रद्द होने का खतरा बनता जा रहा है। राजस्थन समेत देश के ग्यारह राज्यों में अब यह आंदोलन फैल चुका है।
राजस्थान में भी पटरियां उखाड़ी, ट्रेक रोककर बैठे रहे
राजस्थान के भरतपुर में पटरियों पर आंदोलन आ चुका है। आंदोलन के दौरान कल यानि शुक्रवार को पटरियों रोक ली गई। काफी देर तक आंदोलन जारी रहा। पुलिस खदेडने पहुंची तो पुलिस पर ही पथराव कर दिया। तीन से पांच घंटे तक उपद्रव जारी रहा। ऐसे में कई ट्रेनों का समय बदला गया। छह से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल सकीं। राजस्थान से गुजरने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। रेलवे प्रशासन ने शुक्रवार शाम को डिब्रुगढ, लालगढ़ और कामख्या.भगत की कोठी ट्रेन को रद्द कर दिया था। जबकि 20 जून को लालगढ़.डिब्रुगढ़ ट्रेन और 21 जून को भगत की कोठीकृकामख्या जाने वाली ट्रेन भी रद्द हो चुकी हैं। ऐसे में दो जोड़ी ट्रेन फिलहाल रद्द की गई है। आज भी कई ट्रेनों को रद्द करने की तैयारी की जा रही है।
10 से ज्यादा ट्रेनों को जला चुके हैं आंदोलनकारी अब तक
बवाल के चलते अब तक देश भर में करीब तीन सौ बीस ट्रेनें रद्द और प्रभावित हो चुकी हैं। उपद्रवियों ने अब तक करीब ग्यारह ट्रेनों को जला दिया है। अब तक 80 मेल और 130 से भी ज्यादा यात्री ट्रेन को पूरी तरह से रद्द की जा चुकी हैं। सत्तर से ज्यादा ट्रेनों को उपद्रव के चलते काफी पहले ही घंटों तक रोका जा चुका है। सबसे ज्यादा असर झारखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार की ट्रेनों पर पडा है।