सार

राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको गारंटी से कहता हूं कि मोदी सरकार किसानों की पूरी तरह मजदूर बना देना चाहती है। मोदी जी चाहते हैं कि गांव की सब्जियां एक ही तरीके के के ब्रांड पर बिके। जिससे अमीरों की जेब भरे और किसान कंगाल हो जाए। 


नागौर (राजस्थान), कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिवसीय राजस्थान के दौर पर हैं। राहुल ने शनिवार को सबसे पहले  किशनगढ़ स्थित तेजाजी मंदिर में दर्शन किए। फिर रूपनगढ़ में ट्रैक्टर रैली को संबोधित किया। इसके बाद वह नागौर के मकराना में रैली को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने उनको मंच पर हल भेंट किया। जिसके बाद राहुल गांधी ने नए कृषि कानून को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। 

राहुल गांधी ने बताई तीनों कानूनों की सही परिभाषा
राहुल गांधी ने कहा कि किसान भाइयों आप जानते हैं कि मोदी सरकार के यह तीन कानून क्या हैं। मैं आपको आज यही बताने के लिए आया हूं। पहला कानून कहता है कै कि भारत के किसी भी कोने में देश के बड़े कारोबारी जितने फल खरीदना चाहते हैं वह खरीद सकते हैं। अगर ऐसा होगा तो मंडी क्या होगा। यानि एक तरह से यह देश की मंडियों की हत्या करना है। 

किसान से मुनाफा कमाकर बनेंगे अमीर
राहुल गांधी ने रैली में कहा कि किसान भाइयों अब में आपको केंद्र सरकार का दूसरा कानून बताता हूं। इसमें उद्योगपति जितना भी फल-सब्जी और अनाज चाहे वह स्टोरेज कर सकता है। यानि इससे वह जमाखोरी करेंगे और हमको ही बाद में मुनाफा कमाकर अनाज बेचेंगे।

किसान नहीं जा पाएगा अदालत
वही राहुल गाधी ने कहा मोदी सरकार का तीसरा कानून कहता है कि अगर  किसान कारोबारियों के पास जाकर सही दाम मांगेगा तो वह कोर्ट नहीं जा पाएगा। क्योंकि अदालत का दरवाजा बंद कर दिया जाएगा। इन तीनों कानूनों से किसानों को तो घाटा होगा ही, बल्कि युवा और छोटे व्यपारी भी बर्बाद हो जाएंगे।

किसान को दिए भूख, बेरोजगारी और आत्महत्या के ऑप्शन
आखिर में राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको गारंटी से कहता हूं कि मोदी सरकार किसानों की पूरी तरह मजदूर बना देना चाहती है। मोदी जी चाहते हैं कि गांव की सब्जियां एक ही तरीके के के ब्रांड पर बिके। जिससे अमीरों की जेब भरे और किसान कंगाल हो जाए। मोदी जी  कहते हैं कि इन तीन नए कानून से किसानों को आय दोगुनी करने का विकल्प दिया  है। हां में कहता हूं कि आपने जो सही ऑप्शन दिए हैं वह भूख, बेरोजगारी और आत्महत्या हैं।