सार

गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है और कांग्रेस संगठन में काम करने की इच्छा जताई है। इन मंत्रियों में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी शामिल हैं। इस पत्र को तीनों मंत्रियों का इस्तीफा ही माना जा रहा है। राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन ने जयपुर पहुंचते ही इसकी जानकारी दी। 

जयपुर :  राजस्थान कांग्रेस (congress) में एक बार फिर हलचल दिखाई दे रही है। गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों ने सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है और कांग्रेस संगठन में काम करने की इच्छा जताई है। इन मंत्रियों में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी शामिल हैं। इस पत्र को तीनों मंत्रियों का इस्तीफा ही माना जा रहा है। राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) ने जयपुर (jaipur) पहुंचते ही इसकी जानकारी दी। बता दें कि सूबे में कांग्रेस पार्टी में पूरी तरह फेरबदल की तैयारी चल रही है। इन मंत्रियों के इस्तीफे को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

कैबिनेट में फेरबदल जल्द ! 
जयपुर (Jaipur) पहुंचते ही अजय माकन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) से चर्चा की है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक ​हाईकमान ने मंत्रिमंडल फेरबदल के फॉर्मूले को मंजूरी दे दी है। इन तीन मंत्रियों के इस्तीफे और अजय माकन के जयपुर दौरे के बाद अब गहलोत मंत्रिमंडल में कभी भी फेरबदल हो सकता है। अजय माकन अभी कुछ समय जयपुर रुकेंगे और इसी दौरान शपथ ग्रहण भी हो सकता है। 

इस फॉर्मूले पर होगा बदलाव
माना जा रहा था कि कांग्रेस में एक व्यक्ति, एक पद फॉर्मूला लागू हो सकता है। डोटासरा शिक्षा मंत्री के साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का जिम्मा संभाल रहे थे। राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब (punjab) और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को गुजरात (gujrat) प्रभार बनाया गया था। तब से ही यह माना जा रहा था कि संगठन में पद वाले मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर किया जाएगा। तीन मंत्रियों के इस्तीफे की पेशकश के बाद इनका मंजूर होना तय माना जा रहा है। राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने पिछले दिनों पंजाब का प्रभारी बनते ही एक व्यक्ति एक पद के फॉर्मूले के तहत मंत्री पद छोड़ने की घोषणा की थी। हरीश चौधरी ने उस वक्त कहा था कि पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी फुल टाइम काम है। इसके साथ मंत्री रहना संभव नहीं है। रघु शर्मा ने गुजरात का प्रभारी बनते ही मंत्री पद छोड़ने के संकेत दिए थे।

12 नए मंत्री बन सकते हैं
तीन मंत्रियों के इस्तीफों के बाद गहलोत मंत्रिमंडल में अब 12 जगह खाली हो गई है। पहले सीएम सहित 21 मंत्री थे, अब तीन जगह और खाली होने से यह संख्या 18 रह जाएगी। मौजूदा हालत में 12 नए मंत्री बनना तय हो गया है। परफॉर्मेंस के आधार पर भी कुछ मंत्रियों को हटाने की बात कही जा रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो हाईकमान के साथ मीटिंग में ये तय किया गया है कि अशोक गहलोत के पसंद के सात मंत्री बनाए जाएंगे। जबकि सचिन पायलट (Sachin Pilot) के पसंद के पांच मंत्री बनाए जाएंगे। इसके अलावा, बड़ी संख्या में मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। इस बात के संकेत खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चुके हैं। पायलट गुट की ओर से हेमाराम चौधरी, दीपेंद्र सिंह शेखावत, रमेश मीणा, बृजेंद्र ओला और मुरारी लाल मीणा मंत्री बन सकते हैं।

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