सार
धौलपुर के निहाल गंज मंडी को कोरोनाकाल के दौरान अस्थाई रूप से बनाया गया था। आग लगने के चलते इन दुकानों में रखे 50 लाख के आम और सब जल गए। आग की लपटें करीब 2 किमी दूर से ही देखी जा सकती थी।
धौलपुर. शनिवार रात राजस्थान के धौलपुर इलाके में फल मंडी में अचानक भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग इतनी बड़ी कि जिसने मंडी की 7 दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने के चलते इन दुकानों में रखे 50 लाख के आम और सब जल गए। आग की लपटें इतनी ऊंची थी कि करीब 2 किलोमीटर दूर से ही देखी जा सकती थी। अज्ञात कारणों से लगी इस आग पर दमकल ने करीब 10 फेरे कर 2 घंटे में काबू पाया।
मामले में बड़ी दुकानदार मोहम्मद शहीद ने बताया कि अधिकतर दुकानों पर शनिवार शाम को ही दूसरे राज्यों से आम और सेब डिलीवरी आई थी। रात करीब 9 से 10 के बीच सभी दुकानदार अपनी अस्थाई दुकानों को बंद करके घर की तरफ चले गए। इसके बाद मंडी के आसपास के लोगों ने करीब 11 बजे सूचना दी कि आग लगी हुई है। ऐसे में जब मौके पर आकर देखा तो 7 दुकानों में आग पूरी तरह से फैल चुकी थी। वही मामले में पुलिस का कहना है कि प्राथमिक तौर पर शॉर्ट सर्किट होने के चलते लगी है।
प्रत्यक्षदर्शी बोले ; 2 किलोमीटर दूर तक दिखाई दी लपटें
दरअसल यह आग धौलपुर के निहाल गंज इलाके में चोपड़ा मंदिर के पास बनी अस्थाई फल मंडी में लगी थी। देखते ही देखते आग इतनी बड़ी की आग से इतनी ऊंची लपटें उठी कि 2 किलोमीटर दूर से ही लखनऊ को देखा जा सकता था। साथ ही आग लगने से इलाके में पूरी तरह गर्मी से छा गई। आग को देख आसपास के बस्ती के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस दुकान मालिकों समेत अग्निशमन को दी।
कोरोना काल में बनाई गई थी अस्थाई मंडी
धौलपुर के निहाल गंज में बनी इस मंडी को कोरोनाकाल के दौरान अस्थाई रूप से बनाया गया था। जिससे कि आसपास के लोग यहां फल वगैरह खरीद सके। लेकिन इसके बाद करीब दो से तीन दर्जन व्यापारियों ने यहां अपने कच्चे वेयरहाउस खोल लिए और यहीं से ही पूरे शहर में सप्लाई देना शुरू कर दिया। मामले में दुकानदारों की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है कि पूरी दुकानें केवल बांस और लकड़ियों के सहारे ही थी। जिनमें कोई भी हादसा हो सकता है।
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