सार
राजस्थान से दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां अलवर में लोगों की जिंदगी बचाने वाले एक युवा डॉक्टर ने खुद को खत्म करते हुए सुसाइड कर लिया। मरने से पहले उन्होंने 7 पेज का सुसाइड नोट लिखा। जिसमें लाइफ खत्म करने की वजह लिखी।
अलवर. राजस्थान के अलवर जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां अपनी विफलताओं से परेशान होकर एक 28 साल के डॉक्टर ने खुद के फ्लैट में सुसाइड कर लिया। इसके लिए डॉक्टर ने वेंटिलेटर पर भर्ती मरीज को लगाए जाने वाले इंजेक्शन लगा लिए। मरने से पहले डॉक्टर ने 7 पेज का एक सुसाइड नोट भी लिखा है। जिसमें डॉक्टर ने बताया है कि वह अपनी विफलताओं से परेशान होकर चारों ओर से घिर चुका है। उसे रात रात भर नींद भी नहीं आती है। फिलहाल आज शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
लाश के पास मिली प्राइवेट डायरी, जिसमें लिखा था मौत का राज
मामला अलवर जिले के बहरोड़ कस्बे का है। यहां गुरु ग्राम निवासी 28 साल के डॉक्टर एक प्राइवेट हॉस्पिटल में छह-सात महीने पहले से नौकरी कर रहे हैं। बीती शाम पुलिस को सूचना मिली थी डॉक्टर अपने कमरे में बेहोशी की हालत में मिले हैं। पुलिस कमरे में पहुंची तो वहां डॉक्टर मृत हालत में थे। जिनके पास से एक इंजेक्शन की खाली शीशी पड़ी थी। जो अक्सर उन मरीजों को दी जाती है जो वेंटिलेटर पर होते हैं। पुलिस को शव के पास से एक डायरी भी मिली है। जिसमें 7 पेज का एक सुसाइड नोट लिखा हुआ था। हालांकि पुलिस को शव पर कोई चोट के निशान भी नहीं मिले हैं।
आखिरी शब्द-जिंदगी में फेल्योर साबित हुआ...मुझे माफ करना
डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अपनी जिंदगी की फेल्योर से परेशानी था। कब तक सहन करता। जो अब करूंगा वह पहले ही कर लेना चाहिए था। बस रुका तो केवल जीवन बीमा की तरफ से। उसे दिसंबर में पूरा होना था। लेकिन क्या करूं अब रहा नहीं जाता। ऐसी बात नहीं है कि मैंने मेहनत नहीं की। बहुत मेहनत की फिर भी मुझे मेहनत का फल नहीं मिला और मुझे याद है वह सब घर में कोई सममान नहीं आता था जितनी इनकम थी सब मेरी फीस और पीजी में खर्च हो जाती थी। आप सबके इतना कुछ करने के बाद भी मैं उसको रिटर्न नहीं दे पाया। पुलिस का मानना है कि डॉक्टर घर की परेशानियों और अपने पेशेवर जिंदगी से परेशान था। इसलिए ही उसने यह कदम उठाया है। फिलहाल आज पोस्टमार्टम के बाद ही पूरी स्थिति क्लियर हो पाएगी।