सार

राजस्थान में सैनी समाज के लोगों की आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन में हुई लाठी चार्ज का आक्रोश प्रदेशभर में बढ़ गया। अब इसी समाज के दो पार्षदों और एक जिला परिषद ने इस्तीफा दे दिया है। साथ में पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध में रैली भी निकाली।

सीकर. राजस्थान की राजधानी जयपुर में 15 सितंबर को आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे सैनी समाज के लोगों पर पुलिस के लाठीचार्ज व गिरफ्तारी का आक्रोश प्रदेशभर में बढ़ता जा रहा है। जगह- जगह सैनी समाज के लोग सभा व रैली कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। मामले में सैनी समाज ने सोमवार को सीकर में भी राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए शहर में बड़ी रैली निकाली। जिसमें नारे लगाते हुए समाज के लोगों ने लाठीचार्ज के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने व गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा करने के साथ सैनी समाज को आरक्षण की मांग बुलंद की। सैनी समाज के कांग्रेस के दो पार्षदों व एक जिला परिषद सदस्य ने पद से इस्तीफा देकर भी अपने ही समाज के मुख्यमंत्री व पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर भी दिखा दिए। 

सैनी धर्मशाला से कलेक्ट्रेट तक निकाली रैली
सैनी समाज ने प्रदर्शन की शुरुआत सैनी धर्मशाला से की। जहां समाज के लोगों ने पहले सभा की। बाद में राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां भी काफी देर तक नारे लगाते हुए आक्रोश जताया। फिर कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांग रखी। 

दो पार्षदों व जिप सदस्य ने दिया इस्तीफा
जयपुर में प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज के विरोध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समाज व पार्टी के नेताओं ने भी सीकर में बगावती तेवर दिखाए। यहांं सैनी समाज के वार्ड 50 के कांग्रेसी पार्षद सुरेश सैनी ने अपनी पत्नी वार्ड 49 की पार्षद कोमल सैनी के साथ पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं, जिला परिषद सदस्य प्रेमचंद सैनी ने भी समाज के लोगों पर हुए हमले के विरोध में अपना त्याग पत्र देकर राज्य सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया।  प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी भी दी कि यदि जल्द ही उनकी मांग नहीं मानी गई तो आंदोलन को और ज्यादा उग्र व व्यापक किया जाएगा।

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