सार
राजस्थान के टोंक जिलें में एक हादसे की जानकारी सामने आई है। जहां पानी में गई भैंस को बचाने के फेर में पति- पत्नी डूब गए। आसपास के लोगों की मदद से प्रशासन ने डेढ घंटे बाद दोनों पीड़ितो के शव बरामद कर लिए है।
टोंक. राजस्थान के टोंक जिले में एक भैंस को बचाने के फेर में एक पति- पत्नी की मौत हो गई। घटना अलीगढ़ थाना इलाके के मंडावरा गांव की है। जहां एक भैंस बहने नाले में गिर गई। जिसे बचाने के चक्कर में पहले महिला पानी में बह गई। बाद में उसे बचाने गया पति भी बहाव की चपेट में आ गया। नजदीकी लोगों की मदद से प्रशासन ने करीब डेढ घंटे की मशक्कत के बाद दोनों के शव बाहर निकाले। जिनका सरकार अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम करवाया गया।
खेत जाते समय हुआ हादसा
अलीगढ़ थाना प्रभारी नाहर सिंह के अनुसार मंडावरा निवासी बाबू लाल मीना (45) पुत्र श्योनारायण मीना अपनी पत्नी समोदरा मीना (40) के साथ खेत में जा रहा था। जिनके साथ एक भैंस भी थी। इसी दौरान भैंस गांव के पास स्थित कांकरिया नाले में चली गई। जो पानी का बहाव ज्यादा होने से उसमें बहने लगी। ये देख समोदरा उसे बचाने के लिए नाले में उतर गई। जहां तेज बहाव में वह खुद नहीं संभाल सकी। पानी में बहने लगी तो उसने अपने पति को आवाज लगाई। इस पर बाबू लाल उसे बचाने नाले में कूद गया। लेकिन, पानी का बहाव इतना तेज था कि वह तीनों को बहा ले गया। पानी में डूबने से दोनों पति- पत्नी की मौत हो गई।
डेढ़ घंटे बाद 150 मीटर दूर मिला शव
घटना की सूचना पर मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों ने दोनों को बचाने की कोशिश की। तब तक सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। करीब डेढ घंटे की मशक्कत के बाद दोनों के शव घटना स्थल से करीब 150 मीटर दूर मिले। जिन्हें बाहर निकालकर सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। जहां उनका पोस्टमार्टम किया गया।
तीन बच्चे हुए अनाथ
घटना से तीन बच्चों के सिर से मां- बापा का साया उठ गया। जानकारी के अनुसार मृतक दंपति के तीन बच्चे हैं। जिनमें एक नाबालिग है। पूरा परिवार खेती पर ही निर्भर है। जिसके लिए ही दोनों पति- पत्नी घर से निकले थे। पर इसी बीच हादसे का शिकार हो गए।
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