सार

 राजस्थान में शनिवार के दिन चारों आरोपियों को जयपुर की कोर्ट  में पेश किया गया था। जहां से आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया था। रिमांड पर लेते ही कन्हैया के हत्यारों ने मुंह खोलना कर दिया शुरु।

जयपुर (jaipur).  गौस, रियाज, मोहसिन और आसिफ...। ये वे चार नाम हैं जिन्होन शांत रहने वाले राजस्थान में उबाल ला दिया है। सोमवार को सातवां दिन है। फिर भी कई जिले बंद हैं। उदयपुर में कर्फ्यू है। पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू है। लेकिन इस बीच अब जांच एजेंसियों की पड़ताल का असर दिखने लगा है। जयपुर में एनआइ्ए की पेशी के बाद अब चारों को दस दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ किए जाने के बाद इसके के नजीते सामने आने लगे हैं। NIA की पूछताछ के बाद लोकल पुलिस की मदद से एटीएस और अन्य जांच एजेसियों ने चार अन्य लोगों को दबोचा हैं। इनमें दो मौलवी हैं, और दो वकील हैं। इनको उदयपुर से ही पकड़ा गया है। 

धार्मिक स्थल में छुपे थे, पुलिस दल बल सहित पहुंची
एनआईए ने पूछताछ शुरु की तो पता चला कि इस पूरे हत्याकांड को अंजाम देने के पीछे और भी कई लोग थे। कुछ ने रेंकी की थी, कुछ ने पूरी प्लानिंग की थी और कुछ ने इसे अंजाम दिया था। पूछताछ में खुलासा होने के बाद एटीएस की टीम ने उदयपुर के एक धर्म स्थल से  दो मौलाना और दो वकील को भी पकड़ा है। बताया जा रहा है कि इन्हीं चारों ने हत्यारे गौस मोहम्मद को पाकिस्तान भेजा था। जिसके बाद एटीएस ने रविवार रात को चारों आरोपियों को उदयपुर के एक धार्मिक स्थल से हिरासत में लिया है। इनमें अब्दुल रज्जाक,  रियासत हुसैन, वसीम अतहारी, अख्तर रजा शामिल हैं।  इसे लेकर आज पूरा खुलासा किया जाना है। 

अजमेर पहुंचने की कोशिश में थे दोनो हत्यारे, वहां से विदेश भागने वाले थे
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि गौस मौहम्मद और रियाज, कन्हैया की हत्या के बाद अजमेर भागने की कोशिश कर रहे थे। वे अजमेर पहुंचने के बाद विदेश भागने की तैयारी कर रहे थे। अजमेर में वे किसके पास जाने वाले थे, और कौन उनको विदेश भेजना चाह रहा था, इस बारे में अब एनआईए जांच कर रही है। NIA के अफसरों का कहना है कि दोनो के मोबाइल फोन से बहुत जानकारी सामने आई है। लेकिन पूरी इंफोर्मेशन एक्सचेंज नहीं की जा सकती है। कई प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े होने के साथ ही ये सोशल मीडिया पर कई ग्रुप से भी जुडे़ थे। अधिकतर इंटरनेट कॉल ही की जाती थी। 

इन पांच पुलिसवालों ने लगा दी थी जान की बाजी, अब मिला इनाम 
उदयपुर में हत्या करने के बाद गौस और रियाज बाइक से ही करीब डेढ़ सौ किलोमीटर तक निकल गए। हत्या करने के ठीक बाद ही वे फरार हो गए थे। उसकी जानकारी मिलने पर पांच पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी। सैंकड़ों किलोमीटर पीछा करने के बाद उनको राजसमंद में पकड़ लिया था। पुलिस से बचने के लिए गौस ने चलती बाइक पर ही कपडे़ बदल लिए थे। एक काले बैग में खून से सने कपडे और खंजर को डाल दिया था। इसे ठिकाने लगाते इससे पहले दोनो पकडे़ गए।.

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