सार
मेष राशि का स्वामी मंगल होता है। मंगल जीवन में पराक्रम और उत्साह का कारक होता है। यही कारण है कि इस राशि के लोग जीवन की नई ऊर्जा से भरे हुए रहते हैं। ये तेजी से काम करने वाले, आशावादी और आत्मकेंद्रित होते हैं। राशि चक्र की प्रथम राशि होने के कारण ये शिशु की तरह मासूम होते हैं।
उज्जैन. मेष राशि का प्रतीक मेढ़ा होता है, जो निडर और साहसी होता है। इस राशि के लोग हमेशा अपना जीवन अपनी शर्तों पर जीना पसंद करते हैं। ऐसे लोग अपनी विचारधारा से समझौता नहीं करते हैं। किसी लक्ष्य को निर्धारित करने के पश्चात अति उत्साह के साथ उस पर कमर कसकर लग तो जाते हैं, लेकिन कार्य के प्रति अंत तक उत्साह नहीं बरकरार रख पाते हैं। नतीजतन, बहुत जल्दी अपनी रुचि खो देते हैं। ऐसे जातक बहुत लंबे समय तक किसी प्रोजेक्ट पर काम नहीं कर पाते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानिए मेष राशि वालों के लिए कैसा रहेगा साल 2022…