Sarv Pitr Amawasya 2024: 2 अक्टूबर, बुधवार को श्राद्ध पक्ष की अमावस्या है। इसे सर्व पितृ अमावस्या कहते हैं। इस दिन सूर्य ग्रहण का संयोग भी बन रहा है। जानें इस दिन कब करें श्राद्ध और पिंडदान?
इस बार शारदीय नवरात्रि का पर्व अक्टूबर 2024 में मनाया जाएगा। इन 9 दिनों मे देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाएगी। देवी के सभी रूपों के अलग नाम, मंत्र, कथा और आरती है।
Devi Shailputri: शारदीय नवरात्रि के पहले दिन देवी यानी प्रतिपदा तिथि पर देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इस बार ये तिथि 3 अक्टूबर, गुरुवार को है। इनकी पूजा से घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Dipawali 2024 Kab Hai: इस बार दीपावली को लेकर बड़ा कन्फ्यूजन बन रहा है। कुछ पंचांगों में दिवाली की डेट 31 अक्टूबर बताई गई है तो कुछ में 1 नवंबर। इसका निर्णय लेने के लिए इंदौर में 150 से अधिक ज्योतिषी इकट्ठे हुए और दीपावली को लेकर सही डेट बताई।
चाणक्य को कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है। कलयुग में चाणक्य ने ही सबसे पहले अखंड भारत का स्वप्न देखा था। उन्होंने इसके लिए अपना पूरा जीवन खपा दिया। उन्हीं की नीतियों ने भारत को मूल स्वरूप में लाने में मदद की ।
समुद्र शास्त्र के अनुसार, स्त्रियों के पेट देखकर भी जाना जा सकता है कि वो किस्मत वाली है या नहीं। इस बात को समझने के लिए उनके पेट के आकार-प्रकार और रेखाओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
Navratri 2024: इस बार शारदीय नवरात्रि का पर्व 3 से 11 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाएगी। घट स्थापना करते समय कईं बातों का ध्यान रखा जाता है।
Interesting facts about Mahabharata: भगवान श्रीकृष्ण के बेटे का सांब का विवाह दुर्योधन की बेटी लक्ष्मणा से हुआ था। बहुत से लोगों को ये बात पता नहीं होगी, लेकिन ये बात सच है। श्रीमद् भागवत में इसके वर्णन मिलता है।
इस बार शारदीय नवरात्रि का पर्व 3 से 11 अक्टूबर के बीच मनाया जाएगा। इन 9 दिनों में रोज देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाएगी। नवरात्रि में माता के भजन सुनकर दिन की शुरूआत की जाए तो बहुत ही शुभ रहता है।