सार
Ganesh Chaturthi 2024: इस बार गणेश उत्सव 7 से 16 सितंबर तक मनाया जाएगा। इस दौरान यदि रोज गणेशजी के मंत्रों का जाप किया जाए तो हर तरह की परेशानियों से बचा जा सकता है।
Ganesh Mantra: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये उत्सव 7 सितंबर, शनिवार को मनाया जाएगा। ये उत्सव 10 दिनों तक मनाया जाता है। इन 10 दिनों तक रोज यदि कुछ खास गणेश मंत्रों का जाप विधि-विधान से किया जाए तो हर तरह की परेशानी से बचा जा सकता है। आगे जानिए इन मंत्रों के बारे में और कैसे करें इनका जाप…
मंत्र 1
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
मंत्र 2
विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।
नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥
मंत्र 3
अमेयाय च हेरम्ब परशुधारकाय ते।
मूषक वाहनायैव विश्वेशाय नमो नमः॥
मंत्र 4
एकदन्ताय शुद्घाय सुमुखाय नमो नमः।
प्रपन्न जनपालाय प्रणतार्ति विनाशिने॥
मंत्र 5
एकदंताय विद्महे। वक्रतुण्डाय धीमहि।
तन्नो दंती प्रचोदयात।।
अन्य मंत्र
- ॐ गं गणपतये नमः
- ॐ वक्रतुंडाय हुम्
- गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:
कैसे करें मंत्र जप?
- ऊपर बताए गए किसी भी मंत्र का जाप शुरू करने से पहले स्नान आदि करने के बाद स्वच्छ हो जाएं और साफ कपड़े पहनें। संभव हो तो हरे रंग की धोती पहनकर मंत्र जाप करें।
- भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं और रुद्राक्ष की माला से किसी एक मंत्र का जाप करना शुरू करें। कम से कम 5 माला जाप जरूर करें। एक माला यानी 108 बार।
- मंत्र जाप के समय बैठने के लिए कुशा का आसन उपयोग में ले तो बेहतर रहेगा। मंत्र जाप करने के बाद अगर आपकी कोई मनोकामना हो तो वह भी भगवान श्रीगणेश के सामने बोलें।
- इस तरह गणेश उत्सव के 10 दिनों तक यदि लगातार मंत्र जाप किया जाए तो भगवान श्रीगणेश को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। ये उपाय बहुत ही आसान है जो हर कोई कर सकता है।
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