Shami Puja 2024: इस बार दशहरा 12 अक्टूबर, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन रावण दहन, शस्त्र पूजन के साथ ही अन्य कईं परंपराओं का पालन भी किया जाता है, शमी पूजन भी इनमें से एक है।
Papankusha Ekadashi 2024: दशहरे के अगले दिन आने वाली एकादशी को पापांकुशा कहते हैं। इस एकादशी का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस व्रत में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
Navratri 2024: 11 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि का संयोग बन रहा है। इस दिन देवी दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। देवी के इस रूप की पूजा देव, असुर, गंधर्व सभी करते हैं।
Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर देवी महागौरी की पूजा का विधान है। इस बार अष्टमी तिथि की पूजा 11 अक्टूबर, शुक्रवार को की जाएगी। ये तिथि कन्या पूजन के लिए भी श्रेष्ठ मानी जाती है।
Navratri 2024: इन दिनों शारदीय नवरात्रि का पर्व चल रहा है। नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है। ऋषि कात्यायन की पुत्री होने से देवी का ये नाम पड़ा। इनकी पूजा से जीवन का हर सुख मिलता है।
Shastra Puja 2024: हर साल विजयादशमी यानी दशहरे पर शस्त्र पूजन की परंपरा भी निभाई जाती है। ये परंपरा हमें सिखाती है कि बिना शस्त्रों के कोई भी युद्ध नहीं जीता जा सकता।
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में कईं ऐसी बातें बताई हैं, जो कठिन से कठिन परिस्थिति में भी हमारे काम आ सकती है। चाणक्य की ये नीतियां हमे जीवन में उतारना चाहिए।
Navratri 2024 Skandmata: शारदीय नवरात्रि की पंचमी तिथि पर देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इनकी पूजा से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और मानसिक स्थिति मजबूत होती है।
Navratri 2024: नवरात्रि के चौथे दिन की देवी मां कूष्मांडा हैं। इनकी पूजा करने से लंबी उम्र मिलती है और सेहत भी ठीक रहती है। मान्यता है कि देवी कूष्मांडा के उदर यानी पेट से ही इस संसार की उत्पत्ति हुई है।
Kanya Pujan 2024 Date: नवरात्रि से जुड़ी कईं परंपराएं प्राचीन समय से चली आ रही हैं, कन्या पूजन भी इनमें से एक है। इस परंपरा में छोटी बच्चियों को माता के रूप मानकर इनकी पूजा की जाती है।