Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई, घर में सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक होती है। वास्तु के अनुसार रोटी या सब्जी बनाने के बाद, धोकर तवा, कड़ाही उल्टा कर रखना अशुभ होता है। जानें क्या करें क्या नहीं।
Ekadashi Dates 2024 Detail: हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को बहुत ही पवित्र माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने का नियम है। एकादशी व्रत करने से जीवन की हर परेशानी दूर हो सकती है। जानें साल 2024 में एकादशी तिथि कब-कब रहेगी?
Vastu Tips: पेड़-पौधों का हमारे जीवन में बड़ा महत्व होता है। लेकिन कुछ पौधे ऐसे भी हैं जिन्हें वास्तु के अनुसार घर के लिए शुभ नहीं माना जाता। जानें ऐसे पेड़-पौधों के बारे में जो घर या घर की सीमा में नहीं लगाने चाहिए। ये पौधे उन्नति राेक देते हैं।
करी पत्ता का पौधा घर में लगाने वालों को वास्तु के अनुसार कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है। वरना यह घर में कलह, अशांति और चलते, बनते काम को बिगाड़ सकता है। ज्योतिष और वास्तु के अनुसार जानिए घर में करी पत्ता का पौधा लगाना शुभ या अशुभ?
Kya Hai Hari Har Milan: मध्य प्रदेश के उज्जैन में हरि-हर मिलन की परंपरा वैकुंठ चतुर्दशी पर निभाई जाती है। इस दिन भगवान महाकाल गोपाल मंदिर आकर सृष्टि चलाने की जिम्मेदारी श्रीकृष्ण को सौंपते हैं।
Dev Diwali 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार, हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस दिन नदी या तालाब में दीपदान करने की परंपरा भी है। काशी में मुख्य रूप से देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है।
Vaikuntha Chaturdashi 2023 Date: कार्तिक मास में कईं प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं, वैकुंठ चतुर्दशी भी इनमें से एक है। इस पर्व का महत्व कईं धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस बार इस पर्व को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति बन रही है।
Devuthani Ekadashi 2023: धर्म ग्रंथों में देवउठनी एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है। इस मौके पर देश के अनेक मंदिर में विशेष आयोजन होते हैं। ऐसा ही एक आयोजन महाराष्ट्र के पंढरपुर में भी होता है।
Year 2024 Festival Calendar: साल 2024 कुछ ही दिनों बाद शुरू होने वाला है। नया साल शुरू होते ही सभी के मन ये उत्सुकता जरूर रहती है कि इस बार दिवाली, दशहरा आदि प्रमुख त्योहार कब मनाए जाएंगे।
Devuthani Ekadashi 2023: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी और देवप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। इस एकादशी का महत्व कईं धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन चातुर्मास समाप्त होते हैं।